आवाज़ ए हिमाचल
27 मई । कोरोना महामारी के साथ ही अब ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों ने एक और नई समस्या खड़ी कर दी है। कोविड वैक्सीन की कमी के बाद अब देश में ब्लैक फंगस इंफेक्शन की दवाओं की भी कमी पड़ने लगी है। इस लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस बीच राहत की खबर यह है कि महाराष्ट्र के वर्धा स्थित जेनेटिक लाइफ साइंसेज कंपनी में आज से ब्लैक फंगस की दवा एंफोटेरिसिन-बी इमल्शन इंजेक्शन का निर्माण शुरू कर दिया गया है। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई है कि इस फंगल इंफेक्शन की दवा की कीमत 1200 रुपये प्रति शीशी होगी।
साथ ही इसका वितरण सोमवार से शुरू हो जाएगा। अभी तक एंफोटेरिसिन-बी दवा का उत्पादन सिर्फ एक ही कंपनी कर रही थी लेकिन ब्लैक फंगस की दवाओं की कमी को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दे रखा है कि दुनिया के किसी भी कोने से इस फंगस इंफेक्शन की दवा को भारत लाया जाए। साथ ही दवा का उत्पादन बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने पांच और कंपनियों को एंफोटेरेसिरिन-बी बनाने का लाइसेंस दे दिया।