आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो, मंडी। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) मंडी महाविद्यालय इकाई ने मांगों को लेकरआज उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया औरअतिरिक्त उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
एसएफआई ने मांग उठाई की महाविद्यालय के अंदर लगभग 7,000 के करीब छात्र पढ़ाई करता है, लेकिन प्रशासन छात्रों को हॉस्टल की सुविधा प्रदान करने में असफल रहा है, जिसकी वजह से छात्रों को मंडी में महंगे किराए के कमरे लेकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। और छात्रों को आर्थिक तथा मानसिक तौर पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
SFI ने मांग उठाई की सभी छात्रों को हॉस्टल की सुविधा प्रदान की जाए। एसएफआई कैंपस प्रधान विक्रांत सचिव निशान ने मांग उठाई कि महाविद्यालय कैंपस के अंदर हर रोज छात्रों को बस पास बनाने के लिए बस स्टैंड में भटकाना पड़ता है, लेकिन प्रशासन कोई सुध लेने को तैयार नहीं है और न ही अपनी ओर से कोई पहलकदमी करने को तैयार है, ताकि छात्रों को थोड़ी राहत दी जा सके।
एसएफआई ने मांग उठाई की कैंपस के अंदर स्थाई बस पास काउंटर की सुविधा दी जाए, ताकि छात्रों को अपनी पढ़ाई छोड़कर बस पास बनाने के लिए बस स्टैंड में लंबी कतारों में न खड़ना पड़े। एसएफआई ने मांग उठाई की जल्द से जल्द छात्रों की मांग को मानते हुए बस पास काउंटर कैंपस के अंदर स्थापित किया जाए।
कैंपस के अंदर लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी एसएफआई ने सवालिया निशान उठाते हुए दोषियों पर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की। महाविद्यालय के अंदर एक लड़की के साथ रैगिंग की जाती है, लेकिन कॉलेज प्रशासन दोषियों को सजा देने के बजाय पीड़ित लड़की को डांटने व शिकायत दर्ज न करने का दवाब बना रहा है। एसएफआई ने कॉलेज प्रशासन के उपर भी कार्यवाही करने की मांग की।
इसके साथ एसएफआई ने मांग उठाई की कैंपस के अंदर शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों को तुरंत भरा जाए, ताकि छात्रों की पढ़ाई सुचारू रूप से जारी रह सके।इसके अलावा शौचालय की सफाई, महाविद्यालय में पार्किंग की सुविधा न होना और उससे उत्पन होने वाली दिक्कतों को भी प्रमुखता से प्रशासन के सामने रखा गया। एसएफआई ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा की अगर जल्द से जल्द इन मांगों को लेकर सकारात्मक पहल नहीं की गई, तो आने वाले समय के अंदर एसएफआई आंदोलन के अंदर जाएगी।