आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर,परवाणू
29 जनवरी।परवाणू के नगर परिषद प्रांगण में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह विवादों में फंसता दिखाई दे रहा है। भाजपा ने गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर गंभीर आरोप लगाए है। भाजपा नेताओं ने परवाणू में पत्रकार वार्ता का आयोजन करके गणतंत्र दिवस समारोह का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि समारोह में प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए झंडा फहराने के समय तक का ध्यान नहीं रखा गया। इसके अलावा समारोह में ऐसे लोगों को सम्मानित किया गया, जो न तो नगर परिषद परवाणू से सम्बंधित है और न ही उनका परवाणू के किसी सामाजिक कार्य में सहयोग रहा है।भाजपा नेता व पूर्व पार्षद राजकुमार घई, विनोद ठाकुर, कृष्णा मंडियाल, वर्तमान पार्षद किरण चौहान, परवाणू भाजपा प्रभारी अवतार जमवाल, भाजपा नेता अश्वनी शर्मा ने परवाणू में संयुक्त पत्रकार वार्ता आयोजित करके गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर गंभीर आरोप लगाए है।भाजपा नेता राजकुमार घई ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम एक सामाजिक कार्यक्रम होता है, लेकिन इस बार यह सार्वजानिक न होकर राजनीतिक कार्यक्रम बन गया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के मुखिया जिन्हें झंडा फहराना होता है, उन्हें स्थानीय विधायक का इन्तजार करना पड़ा। कार्यक्रम में ध्वज फहराने के समय का भी ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि विधायक के आने पर उन्हें कोई एतराज नहीं है, लेकिन कार्यक्रम में प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाना चाहिए था। सरकारी कार्यक्रम में जिस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए, वैसी इस कार्यक्रम में कही नहीं दिखी।
इसके अलावा गणतंत्र दिवस पर ऐसे लोगों को सम्मानित किया जाता है, जिनका परवाणू के विकास में कोई योगदान हो, लेकिन इस समारोह में ऐसे लोगो को सम्मानित किया गया जिनका शहर के विकास व सामाजिक हित में कोई योगदान नहीं है। यहाँ तक की अपने परिवार के लोगों व एक ऐसे व्यक्ति को सम्मानित किया गया, जोकि तीन राजनीतिक दलों में शामिल रहा है व शहर के विकास में उनका दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है।
राजकुमार घई ने कहा कि गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस समारोह में सभी पूर्व पार्षदों को, भले ही वो किसी भी विचारधारा से सम्बंधित हो, बुलाया जाता है, लेकिन इस बार कई पूर्व पार्षदों की अनदेखी की गई। जिन्हें बुलाया भी गया उनके बैठने की भी उचित व्यवस्था नहीं थी।
इसके अलावा उन्होंने नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि परवाणू में सभी विकास कार्य, भले ही वे सड़को, सीवरेज अथवा टैक्स कलेक्शन हो, ठप्प पड़े है। उनकी तरफ नगर परिषद का बिलकुल भी ध्यान नहीं है, यही कारण है कि अन्य पार्षदों ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों एक प्राइवेट लैंड में पब्लिक पार्क बनाए जाने का मामला उनके द्वारा उठाया गया था व इसकी जांच की मांग की थी, लेकिन जाँच करने के बजाय अध्यक्ष ने कुछ लोगों को कानूनी नोटिस भिजवा दिए। उन्होंने कहा कि उनके भेजे गए नोटिस का समय आने पर माकूल जवाब दिया जाएगा।
भाजपा नेताओं ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से उपायुक्त सोलन से मांग की है कि पार्षदों द्वारा नगर परिषद परवाणू के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध जो अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, उस पर त्वरित कारवाई करते हुए आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाए, जिससे की रुके पड़े विकास कार्यो को गति मिल सके।