आवाज़ ए हिमाचल
हमीपुर, 11 फरवरी। हिमाचल प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी हमीरपुर में आउटसोर्स पर हुई भर्तियों के मामले में तकनीकी शिक्षा विभाग ने जांच बिठा दी है। प्रधान सचिव तकनीकी शिक्षा डॉ. रजनीश इस मामले की जांच कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे। भाई-भतीजावाद के आरोपों से घिरी इस भर्ती मामले में तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि जांच के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
वीरवार को विवि रजिस्ट्रार अनुपम ठाकुर, वित्त अधिकारी उत्तम पटियाल, सहायक नियंत्रक राजवीर सिंह और डीन एवं परीक्षा नियंत्रक प्रो राजेंद्र गुलेरिया को शिमला तलब किया गया। प्रधान सचिव तकनीकी शिक्षा ने भर्तियों के मामले में अधिकारियों से जानकारी मांगी। इसके साथ ही सभी 7 लोगों की नियुक्तियां आगामी आदेशों तक रोक दी हैं। मामले की छानबीन के बाद ही संबंधित विभाग आगामी निर्णय लेगा।
गौर हो कि तकनीकी विवि परिसर दडूही हमीरपुर में वेब स्टूडियो और ईआरपी सेंटर स्थापित किया गया। इनके संचालन के लिए तकनीकी विवि शिमला की नाईलेट कंपनी (राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान) को तकनीकी स्टाफ उपलब्ध करवाने के लिए पत्र लिखा। कंपनी ने जिस तेजी से भर्ती प्रक्रिया पूरी कर 4 फरवरी को सात लोगों का चयन कर तकनीकी विवि को पात्र अभ्यर्थियों की सूची सौंपी, वह काफी चर्चा में है। इस सूची में विवि के एक उच्च अधिकारी का बेटा भी शामिल है।