आवाज़ ए हिमाचल
भरमौर/चंबा। जिला चंबा के चोली पुल हादसे का जिम्मेदार लोक निर्माण विभाग ने पावर प्रोजेक्ट को ठहराया है। विभाग ने जेएसडब्ल्यू व उसकी सब कॉन्ट्रेक्टर कंपनी भूमि को दोषी मानते हुए दो करोड़ की भरपाई के लिए पत्र लिखा है। पीडब्ल्यूडी अब इसी पेनल्टी के पैसों से चोली में वैली ब्रिज का निर्माण करेगा।
पीडब्ल्यूडी भरमौर के अधिशासी अभियंता संजीव महाजन ने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने पुल गिरने के मामले की जांच को 48 घंटे में पूरा कर लिया है। उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि यह पुल जेएसडब्ल्यू की लापरवाही से टूटा है। उन्होंने बताया कि चोली पुल की 20 टन तक भार सहने की क्षमता थी, लेकिन कंपनी ने इस पुल से 70 टन भार के वाहनों को पार करवाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जिस समय यह पुल टूटा, उस समय कंपनी के 2 टिप्पर जो मलबे से भरे हुए थेए उन्हें एक साथ गुजारा जा रहा था। जिस वजह से यह पुल टूट गया। इसी के चलते अब पावर प्रोजेक्ट को इस नुकसान की भरपाई के लिए पत्र लिखा गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिजली प्रोजेक्ट भी इस पेनल्टी को भरने के लिए तैयार हो गया है और जल्द ही धनराशि जमा करवाने की बात कही है।
लूणा में 10 दिन में बनेगा वैली ब्रिज
वहीं चंबा-भरमौर नेशनल हाईवे पर गिरे लूणा पुल को लेकर नेशनल हाईवे विंग ने बड़ा फैसला लिया है। नेशनल हाईवे ने यहां अगले दस दिन में वैली ब्रिज बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस बारे में आदेश जारी हो चुके हैं। वैली ब्रिज के लिए बेस तैयार करने में विभाग को तीन से चार दिन का समय लग सकता है और इसके बाद वैली ब्रिज तैयार किया जाएगा।