आवाज ए हिमाचल
नई दिल्ली। आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने अब हालात बद से बद्तर होने लगे हैं। बताया जा रहा है कि मुल्क के 40 लाख लोग भयंकर गरीबी की चपेट में आ चुके हैं। तंगहाली के दौर में उसे किसी से मदद भी मिलती नहीं दिख रही है। हालात इतने नासाज हो चुके है कि डेली यूज की वस्तुएं भी नहीं मिल पार रही हैं।
अभी तक उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भी बेलआउट पैकेज नहीं मिल पाया है। महंगाई चरम पर है और खाद्य वस्तुओं की भारी कमी आ गई है। पाकिस्तान के पास पैसे न होने के कारण वह दूसरे देशों से चीज़े मंगवाने में भी असमर्थ है। पिछले साल बाढ़ के बाद उपजे हालातों और राजनीतिक संकट के चलते पाकिस्तान की यह हालत हुई है, जिससे वह चाह कर भी उबर नहीं पा रहा है।
इसी बीच विश्व बैंक ने भी उसे जोर का झटका दिया है और उसकी ग्रोथ रेट को भी दो फीसदी से घटाकर 0.4 प्रतिशत तक कर दिया है। कर्ज भी पाकिस्तान पर ज्यादा है। ऐसे में अगर उसे जल्द ही आईएमफ से बेलआउट पैकेज न मिला, तो पाकिस्तान भुखमरी के कगार पर पहुंच सकता है।