आवाज ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। हमेशा जनता के निशाने पर रहने वाली खाकी की डयूटी निभाना बहुत जटिल कार्य है। ऐसे मामलों में जब क्षत विक्षत शवों को छूने के लिए खून के रिश्ते भी अपने हाथ पीछे खींच लेते हैं तो यह खाकी वाले अपने कर्तव्य का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करते हैं। समाज में अमन शांति का माहौल रहे तथा सभी कानून और नियमों का पालन करें इसके लिए यही पुलिस कर्मी दिन रात सेवारत रहकर एक सुरक्षा का दायरा प्रदान करते हैं। यह एक ऐसा वर्ग है जिनका बहुत कम प्रोत्साहन होता है किंतु पुलिस विभाग अपने होनहार आफिसर्ज और अन्य कर्मचारियों के उत्साहवर्धन के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार के अवार्डों से अलंकृत कर इनका हौंसला बढ़ाता है। इसी कड़ी में वर्ष-2023 के पुलिस प्राइड अवार्ड में बिलासपुर मुख्यालय के डीएसपी राज कुमार का नाम भी चयनित हुआ है।
डीएसपी राज कुमार को यह अवार्ड उनके द्वारा की जाने वाली सेवाओं के तहत मोस्ट इफेक्टिव आफिशियल के तहत दिया जाएगा। शिमला, सोलन, बिलासपुर, कुल्लू आदि जिलों में सेवाएं देने वाले राजकुमार ने कई अनसुलझे मामले ट्रेस किए हैं। मंडी जिला के मेहड़ गांव में स्वर्गीय तेजू राम और माता कृष्णा देवी के पुत्र राजकुमार कुल चार भाई बहन है।
पारिवारिक हालात सामान्य होने के बावजूद इन्होंने खूब मेहनत की और इस मुकाम को हासिल कर साबित किया कि ईमानदारी से की गई मेहनत के आगे ईश्वर को भी झुकना पड़ता है। बहरहाल 2014-15 कुल्लु में बहुचर्चित श्रीरघुनाथ मंदिर मूर्ति चोरी राजकुमार ने नेपाल में जाकर सुलझाई। इस मामले में शत प्रतिशत रिकवरी हुई। 2019-20 में कुफरी जिला शिमला के हनुमान मंदिर में हुई चोरी में संलिप्त गैंग को सलाखों के पीछे पहुंचाकर दम लेने वाले राजकुमार की चोरी के मसले सुलझाने में महारत है। यही नहीं इन मामलों में इन्होंने अधिकांश गैंग्स के नेटवर्क ध्वस्त किए हैं। बिलासपुर में चोरी के अधिकांश मामलों में पुलिस विभाग ने सफलता पाई है। इसके अलावा नालागढ़ में इन्होंने दो ब्लाइंड मर्डर ट्रेस किए हैं। जबकि नशे पर नुकेल कसने केलिए इनकी रणनीति कारगर साबित हुई है।
चरस, चिट्टा, अफीम व अन्य मादक द्रव्य के दर्जनों मामलों को पकड़ने वाले डीएसपी राजकुमार ने विदेशी नाइजेरियल व्यक्ति के कब्जे से चिट्टा पकड़कर उसे माननीय अदालत से सात साल की कैद की सजा सुनवाई है जबकि कुल्लु में साढ़े दस किलोग्राम चरस के आरोपी को भी सजा दिलवाने में कामयाब रहे। कुल्लु प्रशासन ने इन्हें इनके द्वारा दी गई बेहतर सेवाओं के लिए तीन बार सम्मानित किया जबकि विभाग की ओर से डीजीपी डिस्क अवार्ड से भी राजकुमार नवाज जा चुके हैं। मानवीय दृष्टिकोण में राज कुमार द्वारा कोविड के विकट काल में तीन गर्भवती महिलाओं को रैस्क्यू कर समय रहते आईजीएमसी शिमला पहुंचाया जबकि बर्फ के समय कुफरी में एक ऐसी महिला मरीज जिसे खून की उल्टियां हो रही थी उसको शिमला अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई।
बसंतपुर में एक भयावह कार एक्सीडेंट में सवारियों की जान अपनी जान को जोखिम में डालकर बचाया। यह कार सड़क से दो सौ मीटर खाई में पत्थरों के सहारे लटकी थी, जबकि नीचे नदी थी। ऐसे में कार में फंसे लोगों की जान बचाई। इसी प्रकार अपने कार्यकाल में सैंकड़ों लोंगों को मौत के मुंह से निकालकर डीएसपी राज कुमार ने मानवता का परिचय दिया है।
बहरहाल अपने काम में महारत हासिल कर चुके डीएसपी बिलासपुर पुलिस प्राईड अवार्ड-2023 के वास्तिविक हकदार हैं। डीएसपी बिलासपुर राजकुमार यह अवार्ड महामहिम राज्यपाल के हाथों प्राप्त करेंगे।