आवाज ए हिमाचल
कोहली, शाहपुर। महिला एवम बाल विकास विभाग परियोजना रैत के अंतर्गत सुख आश्रय योजना के तहत बाल विकास परियोजना अधिकारी रैत संतोष कुमारी द्वारा भनाला पंचायत के निराश्रित बच्चे के घर का भ्रमण किया गया। उन्होंने बच्चे का हाल चाल जाना तथा बच्चे को भविष्य में आने वाली किसी भी तरह की परेशानी से निजात दिलवाने का आश्वासन दिया।
परियोजना अधिकारी ने सुख आश्रय योजना पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया की अगर कोई निराश्रित बच्चा उच्च शिक्षा लेना चाहता है तो उसे 2 लाख तक की राशि का का प्रावधान और गृह निर्माण के लिए 3 लाख रुपए, बिजनेस स्टार्टअप के लिए 2 लाख , शादी ग्रांट के लिए 2 लाख आदि का प्रावधान है। साथ ही उन्होंने बताया कि सभी निराश्रित बच्चों को अब राज्य के बच्चे घोषित किया गया है।