आवाज़ ए हिमाचल
5 जनवरी। फर्जी डिग्री घोटाले में कुछ और एजेंटों की गिरफ्तारी हो सकती है। लाखों डिग्रियों की वेरीफिकेशन होनी है। इसलिए जांच का दायरा और बढ़ाया गया है। इसमें देशभर के 25 से अधिक राज्यों में जांच होगी। इस संबंध में कई टीमें फील्ड में डटी हुई है। कुल चार टीमें हैं। हरेक के प्रभारी आला अधिकारी हैं। सीआइडी की एसआटी में प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग के अधिकारी भी हैं, इस कारण सुबूत और पुख्ता जुटाने में आसानी हो रही है। अलग- अलग टीमों को अलग- अलग जिम्मेवारी सौंपी गई है। लेकिन केस को समेटने में वक्त लगेगा। अभी कई महीने और लगेंगे।
हाल ही में एसआइटी ने जम्मू से मनु जम्वाल नामक एजेंट को पकड़ा था। वह कई दिन तक पुलिस रिमांड पर रहा। इस दौरान उसने कई और खुलासे भी किए हैं। डिग्रियां लेने के लिए कौन- कौन थे, किसने सेटिंग करते थे, लेनदेन कहां पर होता था, इस सब बातों की जानकारी जानकारी जुटा ली गई है।यह आरोपित एजेंट को सुलझाने में कड़ी का कार्य करेगा। उधर, संदिग्ध फर्जी डिग्री धारकों से पूछताछ का सिलसिला जारी है। यह कार्य सोलन और शिमला दोना जगहों पर चल रहा है। आगे भी चलेगा। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक हजारों लोगों को पूछताछ से गुजरना होगा।