आवाज़ ए हिमाचल
ऊना। प्रधानमंत्री कृषि सेवा योजना के तहत विस क्षेत्र कुटलैहड़ की 12 ग्राम पंचायतों की सौ हेक्टेयर भूमि को सिंचित किया जाएगा। इसके लिए जल शक्ति विभाग ने पीएमकेएसवाई के तहत उठाऊ पेयजल योजना स्थापित करने के लिए 45 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार कर दी है। जिसे कमेटी से पास करवाकर केंद्र सरकार को स्वीकृति प्रदान करने के लिए भेज दी गई है। जैसी ही केंद्र सरकार इस योजना के लिए स्वीकृति प्रदान करती है, उसी दौरान इस योजना को स्थापित करने के लिए कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस योजना के तहत भरमौती सतलुज दरिया से मशीनों द्वारा पानी उठाया जाएगा और बल्ह खालसा में 3.50 लाख लीटर क्षमता वाले पानी के टैंक में भंडारण किया जाएगा। जहां पर से कुटलैहड़ की 12 पंचायतों को ग्रेविटी की मदद से खेतों को सिंचित करने को पानी छोड़ा जाएगा। 12 पंचायतों की 600 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस योजना से कुटलैहड़ के 12 हजार से अधिक किसानों के खेतों में पानी पहुंचेगा। जिससे यह किसान अपने खेतों में विभिन्न फसलों को उगाकर आत्मनिर्भर बन सके। कुटलैहड़ क्षेत्र में पानी की समस्या के कारण हजारों किसानों ने खेती का कार्य करना छोड़ दिया है। फिलहाल इन क्षेत्रों में सबसे बड़ी समस्या खेतों की सिंचित करना है। हालांकि बरसात में काफी संख्या में किसान मक्की की फसल की बिजाई करते हैं, लेकिन अगर उनकी फसलों को समय पर बारिश होने से पानी मिल जाता है। तब तो पैदावार ठीक हो जाती है। वहीं, जल शक्ति विभाग बंगाणा के एक्सईएन ई. प्रवीण शर्मा ने कहा कि विभाग ने योजना की डीपीआर को कमेटी से पास करवाकर केंद्र सरकार को एक माह पहले भेज दिया है। जैसे ही केंद्र से इस योजना को स्वीकृति मिलती है। बजट मिलते ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जिससे कुटलैहड़ क्षेत्र के किसानों को इस योजना का लाभ मिल सके।