आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा,नूरपुर
22 जून।हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम तथा आईटीआई, नूरपुर के सयुंक्त तत्वावधान में आज बुधवार को आईटीआई परिसर में मेगा रोजगार मेले का आयोजन किया गया। जिसमें वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की, जबकि हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम की प्रबन्ध निदेशक कुमुद सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहीं। इस रोजगार मेले में देश की 13 प्रतिष्ठित कम्पनियों ने भाग लिया। मेले में 900 से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया, जिसमें से 450 पात्र उम्मीदवारों को कम्पनियों द्वारा नियुक्ति पत्र जारी किए गए।
वन मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के कौशल विकास के लिये उन्हें निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान कर हुनरमंद बनाने पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें।
उन्होंने बताया कि एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा वित्त पोषित हिमाचल प्रदेश कौशल विकास परियोजना के तहत प्रदेश में कौशल विकास की विभिन्न गतिविधियों को बढ़ाने के लिए 675 करोड़ रुपए व्यय करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के अन्तर्गत प्रदेश की 50 आईटीआई को स्तरोन्नत करने एवम उनमें आधुनिक उपकरणों की स्थापना पर 75 करोड़ रुपए व्यय किये जा रहे हैं। जिससे 23 हज़ार लाभार्थी लाभान्वित होंगे। इस परियोजना में ज़िला कांगड़ा की 12 आईटीआई में नए उपकरणों की स्थापना की जा रही है। इन संस्थानों में 9800 प्रशिक्षुओं को लघु अवधि के मान्य प्रशिक्षण करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके तहत अभी तक 2900 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि आईटीआई नूरपुर में भी इस परियोजना के तहत 570 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिनमें से अब तक 175 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिला के 9 सरकारी महाविद्यालयों में शुरू किए गए ग्रेजुएट ऐड ऑन कार्यक्रम के तहत 1800 से अधिक प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
श्री राकेश पठानिया ने बताया कि दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने एवम उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए “नव धारणा” कार्यक्रम के तहत ज़िला में 300 दिव्यांगजनों के लिए प्रशिक्षण शुरू किया गया है।
उन्होंने युवाओं से कहा कि वे समय के साथ अपने स्किल को लगातार अपग्रेड एवं अपडेट करते रहें। इससे उन्हें न केवल रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे, बल्कि वे स्वयं सफल उद्यमी बनकर अन्य लोगों को रोजगार दे सकेगें। उन्होंने युवाओं से कहा कि किसी भी क्षेत्र में स्किल्ड युवाओं को कैरियर के बेहतर विकल्प उपलब्ध होते हैं और वे मेहनत और ईमानदारी के साथ कार्य करते हुए जीवन में कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं।
श्री राकेश पठानिया ने कम्पनियों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का दौरा किया। उन्होंने कम्पनियों द्वारा चयनित किये गए उम्मीदवारों को जारी नियुक्ति पत्र भी वितरित किये तथा अपनी ओर से शुभकामनाएं दीं।
वन मंत्री ने अग्निपथ योजना के बारे में कहा कि यह योजना युवाओं के हित को ध्यान में रखते हुए लिया गया फैसला है। उन्होंने युवाओं से योजना के बारे में फैलाई जा रही भ्रामक व अधूरी जानकारियों से बचने तथा आगामी भर्तियों में बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की।
उसके पश्चात उन्होंने कौशल रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ आगामी 10 दिनों तक ज़िला के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को निगम द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करेगा।
इससे पहले, निगम की प्रबन्ध निदेशक कुमुद सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कौशल विकास निगम द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं बारे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निगम का मूल उद्देश्य युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें शार्ट टर्म ट्रेनिंग देकर उन्हें हुनरमंद बना कर रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना है। उन्होंने बताया कि जो युवा किन्हीं कारणवश या आर्थिक तंगहाली के कारण अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए हैं, उनके लिए यह प्रशिक्षण सुनहरा अवसर है। उन्होंने युवाओं से कौशल विकास निगम द्वारा प्रदान किये जा रहे प्रशिक्षण से जुड़ने की अपील की।
यह रहे मौजूद
एसडीएम अनिल भारद्वाज, एचपी कौशल विकास निगम के महाप्रबंधक हर्ष अमरिंदर सिंह,डॉ सुनील ठाकुर, प्रशिक्षण प्रमुख कपिल भारद्वाज, जिला समन्वयक आंचल शर्मा, तहसीलदार सुरभि नेगी, आईटीआई, नूरपुर के प्रिंसिपल संजीव सहोत्रा सहित कम्पनियों के प्रतिनिधि अन्य अधिकारी व युवा उपस्थित रहे।