आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। कैबिनेट में फैसले के बाद राज्य सरकार ने मेडिकल कालेजों के लिए टाइम बाउंड डेजिग्नेशन स्कीम में संशोधन की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार मेडिकल कालेजों में अब चार साल में असिस्टेंट से एसोसिएट प्रोफेसर और तीन साल में एसोसिएट प्रोफेसर का डेजिग्नेशन मिलेगा। सरकार ने इस अवधि को कम कर दिया है। इसके साथ ही इस स्कीम के तहत लाभ लेने के लिए सरकारी क्षेत्र में दी गई हर सेवा के कार्यकाल को अकाउंट किया जाएगा। इस दौरान अर्जित किया गया अनुभव भी डेजिग्नेशन स्कीम के तहत दिए जाने वाले लाभ के लिए गिना जाएगा। इस बारे में प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पांडा की ओर से अधिसूचना जारी की गई है।
आईजीएमसी शिमला में सुपर स्पेशियलिटी सेल के लिए तीन विभागों में अतिरिक्त पद क्रिएट किए गए हैं। केएनएच में गाइनोकोलॉजिक ऑंकोलॉजी के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर का एक पद, आईजीएमसी में क्लीनिकल हेमेटोलॉजी में असिस्टेंट प्रोफेसर का एक पद और मेडिकल ऑंकोलॉजी सेल में भी असिस्टेंट प्रोफेसर का एक अतिरिक्त पद क्रिएट किया गया है। एक अन्य आदेश के तहत सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक चमियाना में कुछ विभागों के पदों को इधर-उधर बदला गया है। ये पद सीनियर रेजिडेंट के हैं। गैस्ट्रो डिपार्टमेंट से दो पद पीडियाट्रिक गैस्ट्रो को ट्रांसफर किए गए हैं, जबकि इसी विभाग से दो अन्य पद टांडा मेडिकल कॉलेज के सीटीवीएस विभाग को दिए गए हैं।