आवाज़ ए हिमाचल
26 फरवरी। हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा का 11वां बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ । कोविड काल में होने वाले इस बजट सत्र के दौरान विधानसभा परिसर में सख्ती होगी। मंत्रियों से लेकर विधायकों के साथ केवल एक ही निजी सहायक आ पाएंगे। अहम यह है कि पिछले वर्ष कोविडकाल की वजह से 21 मार्च को बीच में ही सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा था। वहीं सात से 11 दिसंबर, 2020 तक प्रस्तावित विधानसभा के शीतकालीन सत्र को भी स्थगित करना पड़ा था। उसके बाद से अब शुक्रवार को कोविड के बीच सत्र की कार्यवाही चलेगी। कोविड की गाइडलाइन व सख्ती के बीच इस बार सदन में जनता से जुड़े मुद्दे गूंजेंगे। 20 मार्च तक चलने वाले सत्र में इस बार केवल 17 बैठकें ही आयोजित होंगी। इसके साथ ही छह मार्च को सीएम जयराम ठाकुर वर्ष 2021-2022 का बजट पेश करेंगे। शुक्रवार को 11 बजे राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सत्र का आरंभ शुरू हुआ
पांच मार्च व 19 मार्च के दो दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किए गए हैं। इसके अलावा 17 दिन तक चलने वाली विधानसभा सत्र की दो बैठकें शनिवार को भी होंगी, जिसमें एक बैठक 20 मार्च को होगी, वहीं दूसरे शनिवार को छह मार्च को जयराम ठाकुर बजट पेश करेंगे। कोरोना काल में हो रहे इस बजट सत्र में ज्यादा संख्या में प्रतिनिधिमंडल भी नहीं आ पाएंगे। अगर कोई प्रतिनिधिमंडल सीएम व मंत्रियों से मिलना चाहता है, तो उसमें एक व दो सदस्यों को ही परिसर में आने की अनुमति होगी। इस बार बजट सत्र मेंकुल 650 तांराकित प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई है, जिसमें 426 ऑनलाइन व 224 ऑफलाइन प्राप्त हुए हैं, जबकि 230 अतांराकित प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं, जिनमें 117 ऑनलाइन व 113 ऑफलाइन प्राप्त हुई है। अहम यह है कि इस बार विपक्ष की ओर से जो सवाल विधानसभा में लगाए गए है, उसमें ज्यादातर बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी, सड़कों की दयनीय स्थिति, स्वीकृत सड़कों की डीपीआरएस, प्रदेश में महाविद्यालयों, स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का उन्नयन एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पूर्ति, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, बढ़ते अपराधिक मामलों व सौर ऊर्जा तथा परिवहन व्यवस्था से जुड़े हुए हैं।