आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम,शिमला/बीबीएन
17 अक्टूबर।योग भारती हिमाचल द्वारा आयोजित 5 दिवसीय किशोरी/तरुणी योग वर्ग का शुभारंभ डॉक्टर साधना ठाकुर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया,जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता योग भारती हिमाचल के संस्थापक श्रीनिवास मूर्ति ने की। डॉक्टर साधना ठाकुर ने योग भारती की सराहना करते हुए कहा कि आज के समय में योग का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। जब पूरा विश्व कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है तो योग ने दुनिया को भारत की प्राचीन पद्दति योग से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि योग हमें शारीरिक बल ही प्रदान नहीं करता बल्कि मानसिक तौर पर भी मजबूत व बलवान बनाता है। इस प्रकार योग हर मानव प्राणी के व्यक्तित्व निर्माण का कार्य करता है। श्रीनिवास मूर्ति ने अपने संबोधन में कहा कि योग भारती का मुख्य उद्देश्य विभिन्न चिकित्सा पद्दतियों का समन्वय करके हर घर को योग से जोड़ना है। इसे लेकर व्यापक स्तर पर पूरे हिमाचल में योग वर्गों का आयोजन किया जा रहा है। अभी तक 200 के करीब इकाइयों का गठन किया जा चुका है तथा मार्च तक 250 इकाई गठन का लक्ष्य रखा गया है।
पहले दिन के वर्ग में डॉक्टर अनिता गौतम तथा डॉक्टर माला त्रिपाठी ने योग का इतिहास, योग के मूलभूत सिद्धान्त व अष्टांग योग के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। विवेकानंद केंद्र की संचालिका कल्पना मेहता ने मन के निग्रह तथा मन को नियंत्रण में रहकर जीवन जीने की कला के बारे में बताया। शूलिनी विश्विद्यालय के योग विभागाध्यक्ष डॉक्टर सुबोध सौरभ ने शव आसन व योग निद्रा का अभ्यास करवाया। योग भारती के प्रांत सचिव रजत डोगरा ने कहा कि महिला किशोरी वर्ग में प्रदेश भर की 126 छात्राएं हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने कहा कि सभी योग एवं चिकित्सा पद्दतियों को जोड़कर प्राकृतिक जीवन से स्वस्थ रहने की विधा ही योग भारती का मूल मंत्र है जिससे दवाइयों का बोझ कम हो सके और लोग प्रकृति के साथ रहकर स्वस्थ रह सकें।
इस अवसर पर श्रीनिवास मूर्ति, योग भारती की अध्यक्षा मीनाक्षी सूद, सचिव रजत डोगरा, प्रान्त योग शिक्षक प्रमुख किशोर योगी, डॉक्टर सुबोध सौरभ, डॉक्टर माला त्रिपाठी, स्कूल प्रधानचार्य नरेंद्र सूद, डॉक्टर अनिता गौतम, खेमा शर्मा, कल्पना मेहता आदि अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।