आवाज ए हिमाचल
2 जनवरी।लाहुल से बिजली निकालने का रास्ता भी अब जल्दी मिलने जा रहा है। यहां पर ट्रांसमिशन के लिए पावर ग्रिड मदद करेगा, जिसकी सरकार से बातचीत पूरी हो चुकी है। इतना ही नहीं, यहां पर सर्वेक्षण का काम भी शुरू हो चुका है। लाहुल में निजी कंपनियां इसलिए प्रोजेक्ट नहीं लेतीं, क्योंकि वहां से ट्रांसमिशन लाइन नहीं है। स्पीति में भी ऐसी ही हालत है। मोजरबेयर जैसी कंपनी ने वहां पर अपने प्रोजेक्ट छोड़ दिए, वहीं कुछ दूसरी कंपनियों ने भी अपने प्रोजेक्ट्स को आगे नहीं बढ़ाया। ऐसा केवल ट्रांसमिशन को लेकर ही किया गया था।
अब यह चिंता आने वाले दिनों में समाप्त हो जाएगी। एसजेवीएनएल भी यहां पर अब हाथ आजमाएगा, क्योंकि पावर ग्रिड जल्दी ही यहां पर ट्रांसमिशन का रास्ता निकालेगा। बताया जा रहा है कि यहां पर बिजली प्रोजेक्ट्स का काफी स्कोप है और अभी तक यहां कोई प्रोजेक्ट नहीं लग पाया है। बता दें कि पावर ग्रिड से दो जगहों के लिए बातचीत चल रही है। एक तरफ स्पीति वैली के प्रोजेक्ट है, तो दूसरी ओर लाहुल के। स्पीति में भी पावर ग्रिड ने सर्वेक्षण की बात मानी है, जिस पर वर्ल्ड बैंक से भी चर्चा चल रही है। वही, लाहुल में एक सोलर पार्क का निर्माण भी किया जाना है।
एक हजार मेगावाट क्षमता के इस सोलर पार्क के लिए भी यहां से बिजली की ट्रांसमिशन की जानी है। बता दें कि केंद्र सरकार ने भी सोलर पावर पार्क स्थापित करने में एसजेवीएनएल को मदद के लिए कहा है। हो सकता है कि आने वाले समय में ट्रांसमिशन लाइन पर जैसे ही काम शुरू होगा, यहां पर सोलर पार्क की रूपरेखा भी तैयार हो जाएगी। इस पर एसजेवीएन भी काम करने के लिए तैयार है। हिमाचल प्रदेश में लाहुल और स्पीति दो ऐसी वैली रह गई हैं, जहां से बिजली की ट्रांसमिशन करना बेहद मुश्किल है। इस कारण से यहां पर अब तक प्रोजेक्ट तैयार नहीं हो सके हैं। उधर, चिनाब बेसिन में भी ट्रांसमिशन को लेकर दिक्कतें पेश आ रही हैं, मगर वहां पर हिमाचल सरकार का पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन काम कर रहा है, जो जल्दी ही यहां बड़ी लाइनों के माध्यम से बिजली को बाहर निकालेगा।