आवाज ए हिमाचल
धर्मशाला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा वर्ष 2023-24 के लिए पेश किए गए बजट से जिला कांगड़ा के लोगों में आशा का नवसंचार हुआ है। बजट में पर्यटन राजधानी की घोषणा से गदगद कांगड़ा जिला वासियों ने इसे जीवन में बड़े बदलाव की शुरुआत करार दिया। उन्होंने बजट की सराहना करते हुए इसे जिले की तकदीर को बदलने वाला बताया है। बता दें, बजट में मुख्यमंत्री ने जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी घोषित कर, इस दिशा में कार्य करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है।
कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने के मुख्यमंत्री के संकल्प से उत्साहित कांगड़ा के पर्यटन व्यवसायी पंकज वालिया ने कहा कि इससे विश्व के पर्यटन मानचित्र पर कांगड़ा जिला नई पहचान के साथ उभरेगा। उन्होंने इस पर भी खुशी जताई कि सीएम ने पर्यटन विकास के लिए कांगड़ा जिले में अनेक नई परियोजनाएं आरंभ करने की बात की है। इससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।
वहीं नूरपुर उपमंडल के अनूप कुमार, अशोक महाजन, सतीश कुमार, पंकज कुमार और राजन शर्मा ने बजट का स्वागत करते हुए, इसे जिला के भविष्य को बदलने वाला बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पौंग डैम क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का विचार, क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि पौंग क्षेत्र में जल क्रीड़ा और अन्य गतिविधियों के विकसित होने से लोगों को रोजगार के अपार अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इससे हर वर्ग अपने घर के पास आजीविका अर्जित कर सकेगा।
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में मीडिया विभाग के शोधार्थी अमन कुमार ने कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के फैसले को शोधार्थियों के लिए लाभदायक बताया। उन्होंने कहा कि यह बेहद उत्साहजनक है कि कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए सरकार ने 2 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
अमन ने कहा कि जिला कांगड़ा के साथ आस-पास के जिलों में कई उच्च शिक्षा के संस्थान हैं। इन शिक्षा संस्थानों में पढ़ने वाले शोधार्थी और विद्यार्थी भारत के विभिन्न राज्यों से आते हैं। उन्होंने कहा कि शोध कार्य, अकादमिक सम्मेलनों और फील्ड स्टडी के लिए शोधार्थियों को बहुत बार दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट की सुविधा होने से आने-जाने में आसानी होने के साथ, समय की भी बचत होगी।
वहीं पालमपुर के नवीन पठानिया ने कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को पूरे प्रदेश के भविष्य को बदलने वाला बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में कई गुणा इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि इससे न केवल पर्यटन बल्कि उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में भी नए आयाम विकसित होंगे।
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय की ही छात्रा आकृति बंसल ने मुख्यमंत्री द्वारा मेधावी छात्राओं को इलेक्ट्रिक स्कूटी की खरीद पर 25 हजार रुपये के अनुदान की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि यह घोषणा प्रदेश की छात्राओं के लिए उपहार से कम नहीं है। उन्होंने कहा इससे जहां एक तरफ हरित प्रदेश के उद्देश्य की पूर्ति होगी, वहीं छात्राओं को कहीं भी आने-जाने में सुविधा होगी।
पालमपुर के अनिल कुमार, देहरा के कुलदीप कुमार, स्माईल ठाकुर और सुरिंद्र कुमार ने बजट को हर वर्ग के हितों की चिंता करने वाला बजट बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट में देहरा के बनखंडी में 300 करोड़ रूपये की लागत से चिडि़याघर बनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में विश्वस्तरीय चिडि़याघर और गोल्फ कोर्स बनने से एक उम्दा पर्यटन सर्किट विकसित होगा।
वहीं कांगड़ा की इंदु और भावना शर्मा तथा पालमपुर की सुदर्शना ने बजट को महिला हितैषी बताया। उन्होंने कहा कि बजट में महिलाओं को लेकर की गई घोषणाएं उन्हें सम्बल प्रदान कर स्वावलंबी बनाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश को 31 मार्च 2026 तक हरित राज्य बनाने और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की घोषणाएं मुख्यमंत्री की दूरदृष्टि और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है।