आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर,परवाणू
15 अप्रैल।परवाणू व साथ लगते ग्रामीण क्षेत्र को इन दिनों डायरिया ने अपनी चपेट में ले रखा है।बीते दिन परवाणू ईएसआई अस्पताल में डायरिया के 160 के करीब मामले आए थे,वहीं सोमवार को यह आंकड़ा 180 से पार चला गया है। डायरिया के मामले आते ही स्वास्थ्य विभाग,परवाणू ईएसआई अस्पताल व नगर परिषद एक्टिव मोड़ में आ चुकी है।स्वास्थ्य विभाग द्वारा सहायक आयुक्त,नगर परिषद एवं अन्य सम्बंधित विभागों के साथ बैठक कर रणनीति तैयार की गई है।वहीं परवाणू में आ रही पानी की सप्लाई के सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजें गए हैं। यहां
बता दे की डेंगू को लेकर 23 अप्रैलको एक अहम् बैठक परवाणू सहायक आयुक्त महेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में रखी गई हैं और अब इसमें डायरिया के लिए भी ठोस कदम उठाने की चर्चा की जाएगी।बैठक में परवाणू के सभी विभागों और समाजसेवी संस्थाओ को निमंत्रण दिया गया है।परवाणू ईएसआई अस्पताल की चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ ज्योति कपिल ने बताया कि अस्पताल में डायरिया के लगभग आधिकारिक मामले 180 के करीब पहुंचे हैं और कई मरीज़ डिस्चार्ज होकर भी जा चुके हैं ।उन्होंने कहा kinअस्पताल में सभी मरीज़ों को पूरा इलाज दिया जा रहा है और इस बिमारी से कैसे बचा जाए उसके लिए भी जागरूक किया जा रहा हैं।इस दौरान अस्पताल प्रशासन व स्वस्थ विभाग ने निवेदन किया है कित कुछ लोग गलत आंकड़े छाप कर लोगों को भ्रमित कर रहे है, इसलिए कोई भी ऐसी किसी भी खबर या पोस्ट से भ्रमित ना हो।डॉ कपिल ने सभी से अपील करते हुए कहां कि कोई भी और किसी भी तरह का पानी है उसे अच्छे से उबाल कर पिएं।परवाणू में बढ़ते डायरिया को लेकर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ कविता शर्मा ने कहा कि जैसे ही विभाग को इसकी जानकारी मिली हमने तुरंत परवाणू सहायक आयुक्त महेन्द्र प्रताप सिंह से एमरजेंसी मीटिंग की।उन्होंने बताया कि बैठक में पानी की सेंपलिंग का निर्णय लिया गया,जिसे टेस्टिंग के लिए भेजा जा चुका हैं और लगभग बुधवार तक रिपोर्ट आ जायेगी। डॉ कविता ने बताया कि इस मामले पर सभी सम्बंधित विभागों, जिनमें नगर परिषद, आईपीएच, हिमुडा, प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड, इएसआई अस्पताल से बात की गई और उन्हें इस मामले की गहराई से जांच करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि सभी आशा वर्कर, हेल्थ वर्कर के माध्यम से जनता में डायरिया से कैसे बचा जाए जागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया है।परवाणू में बढ़ते डायरिया के मामलों को लेकर सहायक आयुक्त ने कहा कि इस मामले को लेकर एक बैठक की जा चुकी है और पानी के सैंपल लेब टेस्टिंग के लिए भेजें जा चुके है। उन्होंने कहा कि डायरिया के मामले बढ़ने के असल कारणों की जांच की जा रही है और हेल्थ विभाग से भी डायरिया को लेकर हेल्थ एडवांयज़री जारी करवा दी गई है। महेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि विभाग इस बीमारी को लेकर चिंतित है, जल्द ही समाधान निकाला जायेगा तब तक लोग आवश्यक सावधानियां ज़रूर बरतें।