आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर,परवाणू
05 फरवरी। परवाणू में नियम कायदों को ताक पर रख कर कुछ उद्योगपति प्राकृतिक नालों पर अवैध कब्ज़ा कर रहे है।इस पर विभागीय कार्रवाई ना होने से इन उद्योगपतियों के हौसले बुलंद हो रहे है।प्राकृतिक नालो पर कब्ज़े होने से नालो का आकार सिकुड़ गया है,जिसके चलते कभी भी परवाणू में कोई बड़ा हादसा हो सकता है।हैरानी की बात है कि पिछली बरसात के मौसम में हुई भारी तबाही से भी ना तो उद्योगपतियों व ना ही प्रशासन ने कोई सबक सीखा है।नाले में अतिक्रमण का ऐसा ही एक मामला परवाणू के सेक्टर दो गैबरियल रोड में सामने आया है।यहां गैबरियल रोड के पुल के ठीक साथ लगती एक औद्योगिक इकाई के नीचे से गुजर रहे प्राकृतिक नाले के ऊपर स्लैब डालकर उसे कवर कर रखा है।बता दे कि पहले इस नाले का आकार काफ़ी बड़ा होता था,लेकिन अब यह नाला सिकुड़ कर लगभग आधे से भी कम रह गया है, उस पर उद्योगपति ने निर्माण कार्य करवाकर स्थिति को और भी विस्फोटक बना दिया है।
लोगों का कहना है कि यदि इस नाले में पानी का बहाव ज्यादा आता है तो इस से काफी नुक्सान हो सकता है।इस मामले में सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह है की यदि उद्योगपति ने मंजूर नक़्शे के अनुसार निर्माण कार्य किया है,तो नगर परिषद ने प्राकृतिक नाले के ऊपर निर्माण कार्य का नक्शा कैसे पास कर दिया,और यदि उद्योगपति ने बिना नक्शा पास करवाए यह निर्माण कार्य किया है,तो उक्त उद्योगपति पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
उधर, इस बारे नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अनुभव शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस विषय में कनिष्ठ अभियंता केडी शर्मा को जांच करने के निर्देश दे दिए गए है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।