आवाज़ ए हिमाचल
05 जनवरी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पंजाब के दौरे पर थे, लेकिन इस दौरान अप्रत्याशित घटना हुई। जब वे बठिंडा से हुसैनीवाला जा रहे थे, तब उनकी सुरक्षा में चूक हो गई। प्रदर्शनकारियों की वजह से उनका काफिला एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट तक रुका रहा।
जानिए पूरा घटनाक्रम…
1. किसान आंदोलन खत्म होने के बाद मोदी का पहला पंजाब दौरा
करीब 13 महीने चले किसान आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार पंजाब दौरे पर आए थे। उन्हें फिरोजपुर जाना था, जहां 42,750 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की नींव रखनी थी। मौसम विभाग ने यहां पहले ही बारिश की चेतावनी जारी की थी। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में 10 हजार जवानों की तैनाती की गई थी।
2. प्रधानमंत्री बठिंडा पहुंचे, लेकिन रुकना पड़ा
प्रधानमंत्री का विशेष विमान बुधवार सुबह बठिंडा के एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंचा। यहां मौसम खराब था। यहां से उन्हें हेलिकॉप्टर के जरिए हुसैनीवाला जाना था, लेकिन कोहरे और बारिश की वजह से दृश्यता की कमी थी। करीब 20 मिनट तक प्रधानमंत्री एयरफोर्स स्टेशन पर ही रुके रहे।
3. सड़क मार्ग से दूरी तय करने का फैसला हुआ
जब मौसम साफ नहीं हुआ तो प्रधानमंत्री के काफिले को सड़क मार्ग के जरिए हुसैनीवाला ले जाने का फैसला हुआ। बठिंडा से हुसैनीवाला के बीच दूरी 122 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से यह दूरी तय करने में दो से सवा दो घंटे का वक्त लगता है। पंजाब पुलिस के डीजीपी से एसपीजी और गृह मंत्रालय ने बात की। उनकी तरफ से जरूरी सुरक्षा इंतजामों की पुष्टि होने के बाद प्रधानमंत्री का सड़क मार्ग से सफर शुरू हुआ।
4. हुसैनीवाला के नजदीक प्रदर्शनकारी जमा थे
प्रधानमंत्री को हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। उनका काफिला करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर था, लेकिन बीच में प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोक रखा था। इस वजह से प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट के लिए रुका रहा। फ्लाईओवर पर खड़े एसपीजी कमांडो और पंजाब पुलिस के अधिकारियों की तस्वीरें वायरल हो गईं।
5. फिरोजपुर में रैली रद्द, बठिंडा लौटे प्रधानमंत्री
सुरक्षा कारणों की वजह से प्रधानमंत्री के फिरोजपुर के कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया। उनका काफिला बठिंडा एयरपोर्ट पर लौट आया। केंद्र ने पंजाब सरकार से इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बठिंडा एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री ने पंजाब सरकार के अफसरों से कहा, ”अपने सीएम को थैंक्स कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया।”
आरोप क्या हैं?
गृह मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और ट्रेवल प्लान के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था। उन्हें इससे जुड़े इंतजाम करने थे, जो नहीं किए गए।
गृह मंत्रालय ने कहा कि जब यात्रा मार्ग बदल गया तो पंजाब सरकार को अतिरिक्त सुरक्षा तैनाती करनी थी ताकि सड़क मार्ग से यात्रा सुरक्षित रहे, लेकिन अतिरिक्त इंतजाम नहीं किए गए।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को विफल करने के लिए पंजाब की कांग्रेस सरकार ने हरसंभव कोशिशें कीं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी इस मामले पर बात करने के लिए फोन पर भी नहीं आए।
नड्डा ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री के रूट तक पहुंचने दिया गया, जबकि पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी ने एसपीजी को यह आश्वासन दिया था कि यात्रा मार्ग में कोई खलल नहीं है।
हालांकि, इस मामले पर पंजाब के सीएम चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे में कोई सुरक्षा चूक नहीं हुई है। कल रात तक हमने प्रधानमंत्री के दौरे के लिए हुए इंतजामों का जायजा लिया था। उन्हें हेलिकॉप्टर से पहुंचना था, लेकिन ऐन वक्त पर सड़क मार्ग से काफिला रवाना करने का फैसला हुआ।