ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य गांव की महिलाओं को स्वरोजगार व आत्मनिर्भर बनाना
आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। नूरपुर की लदोडी पंचायत में जायका प्रोजक्ट द्वारा चार दिवसीय सैल्फ डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया ।जिसमें लदोडी पंचायत के श्री गणेश सैल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं को विभिन्न प्रकार की चीजों को तैयार करने की ट्रेनिंग दी गई। सैल्फ डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार व आत्मनिर्भर बनाना है ताकि महिलाएं यह सब सीखने के बाद इसे स्वयं प्रोडेक्ट तैयार करके उन्हें बेच कर अपनी आय का साधन बना सके।
प्रोजक्ट ट्रेनर निशा ने कहा कि मैं जायका प्रोजक्ट की तरफ से जिला ऊना से आई हूं। हमारी यहां चार दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम चला हुआ है। इसमें पापड़, बड़ियां, सीरा, सेमियां बनाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं, ताकि यह सभी महिलाएं सीख कर इन्हें घरों में बना सके तथा अपनी आजीविका का एक साधन बना सके।
अनिता ने कहा कि मैं लदोडी पंचायत की रहने वाली हूं। हमें जायका प्रोजक्ट के तहत यह ट्रेनिंग दिलवाई गई है। हमारे ट्रेनर शिमला से आए हैं। हमारे ट्रेनिंग प्रोग्राम में निशा सूद, जंग बहादुर व श्रुति शमिल हैं। हमें सेपू बड़ी, माह की बड़ी, मूंग दाल की बड़ी, मसाले वाली बड़ी और सीरा बनाना सिखाया गया है। हम इन्हें घर बैठकर बना सकते हैं और अपनी आजीविका काम सकते हैं। उन्होंने इसके लिए जायका प्रोजक्ट वालों का बहुत धन्यवाद जताया, जिन्होंने मुफ्त ट्रेनिंग दी है।
लदोडी पंचायत प्रधान पार्वती देवी ने कहा कि हमारी पंचायत में जायका प्रोजक्ट की तरफ महिलाओं को बडिया, पापड़, सेमिया बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे महिलाओं को एक बहुत अच्छा मौका मिला है कि इन्हें सब बनाना सीख रही हैं, जिससे महिला आत्मनिर्भर हो सके और वह अपनी कमाई का साधन बना सके। हम सरकार का बहुत बहुत धन्यवाद करते हैं जिन्होंने ऐसी स्कीम चलाई। हमारे उन्होंने कहा कि इस योजना को नूरपुर ब्लाक में जहां से विधायक रहे पूर्व मंत्री ही लेकर आए थे। इन्हें पहले भी ट्रेनिंग दी गई थी।