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स्वर्ण राणा, नूरपुर। हि. प्र. राज्य विद्युत बोर्ड जॉइंट फ्रंट का धरना आज चौथे दिन भी जारी रहा।आज का यह धरनाकर्मचारियों,अधिकारियों और पेंशनरों ने विद्युत मण्डल बौढ़ में किया।इस प्रदर्शन में जॉइंट फ्रंट से भारी संख्या में कर्मचारियों और पेंशनरों ने पहुंचकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला।
राज्य संगठन मंत्री अश्वनी ठाकुर ने बताया कि सरकार और प्रबंधन बोर्ड ने कर्मचारियों और पेंशनरों को बांटने की कोशिश की जिसमें उन्होंने कर्मचारियों को तो वेतन दे दिया लेकिन पेंशनरों को उनकी पेंशन से अब तक वंचित रखा हुआ है।उन्होंने कहा कि सरकार की उन्हें बांटने की यह कोशिश कभी पूरी नहीं होगी और इसलिए कर्मचारियों ने भी यह फैंसला किया है कि जब तक पेंशनरों को उनकी पेंशन नहीं मिलती तब तक वो भी अपना वेतन नहीं लेंगे।उन्होंने कहा कि इस सरकार ने विद्युत विभाग को पहले पुरानी पेंशन से वंचित कर सौंतेला व्यवहार किया था और अब वो पेंशन और वेतन ना देकर उन्हें सड़कों पर आने को मजबूर कर रहे है।
अश्विनी ठाकुर ने सरकार से मांग की है कि सरकार सबसे पहले बोर्ड के एमडी हरिकेश मीणा को प्रबंधन पद से हटाकर नए और स्थायी प्रबधंक को नियुक्त करे जो कर्मचारियों की दर्द-पीड़ा को समझे।
अश्विनी ठाकुर ने एनपीएस अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब पुरानी पेंशन की लड़ाई थी तो विद्युत कर्मचारी सबसे आगे झण्डा लेकर खड़ा था जहां उन्होंने पुलिस के डंडे भी खाए और पानी की बौछारें भी सहन की लेकिन जब विद्युत बोर्ड को पुरानी पेंशन से वंचित रखा गया तो उन्होंने हमारी पेंशन की मांग उठाने की बजाए मुख्यमंत्री की आभार रैली को तबज्जो दी।उन्होंने कहा कि विद्युत बोर्ड कमाऊ पूत है जो सरकार को करोड़ो का राजस्व देता है और जब विद्युत बोर्ड पर गाज गिर रही है तो अन्य विभाग अपने आप को सुरक्षित ना समझें।उन्होंने कहा कि बिजली कर्मचारी यूनियन अपनी लड़ाई लड़ना जानती है लेकिन अगर भविष्य में अन्य विभागों पर जब गाज गिरेगी तो वो विद्युत कर्मचारी यूनियन से उम्मीद ना रखें।