आवाज ए हिमाचल
11 मई। जिला कांगड़ा में जहां कोरोना वायरस बढ़ता जा रहा है। वहीं प्रदेश सरकार अफरा तफरी में है। प्रदेश के बाकी जिलों के मुकाबले कांगड़ा जिला में छह गुणा अधिक लोग या तो कोरोना से संक्रमित हैं या इस बीमारी के शिकार बन चुके हैं।अभी तक 60 वर्ष के ऊपर 100 प्रतिशत बुजुर्गों को टीकाकरण संपन्न नहीं हुआ है।
वहीं 18 से 44 वर्ष तक के युवा वर्ग के लिए वैक्सीनेशन उपलब्ध न होना, हिमाचल प्रदेश सरकार की नाकामी को दर्शाता है। प्रदेश से भारी संख्या में कोरोना पीड़ित पड़ोसी राज्य पंजाब के अमृतसर, जालंधर व लुधियाना शहरों में मंहगा इलाज लेने के लिए मजबूर हैं।आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कर्नल नरेंद्र पठानिया ने कहा कि दिल्ली में बैठे केंद्रीय मंत्री वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हिमाचल प्रदेश में कोविड से निपटने के प्रबंधन पर आश्वासन दे रहे हैं।
मगर, कांगड़ा जिला में अभी तक विधान सभा स्तर पर 10 बिस्तर वाले कोविड मेकशिफ्ट अस्पताल भी स्थापित नहीं हो सके हैं। पठानिया ने बताया कि अब तो कोरोना वायरस गांव तक दस्तक दे चुका है और 10 फिसद ग्रामीण जनता कोविड से संक्रमित हो चुकी है, पर इस महामारी से निपटने के लिए हमारे गाँवों में स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा अभाव है।