आवाज़ ए हिमाचल
12 मार्च। शिवरात्री बहुत पावन व पवित्र पर्व है। कई लोग जप, तप व पूजा अर्चना व हवन यज्ञ करके इस पवित्र पर्व को मनाते हैं। भंडारे, जगराते, रुद्राभिषेक, महामृत्युंज्य जप अादि करके बिल पतरी चढ़ाकर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिव मंत्र का उचारण करते हैं।वहीं कुछ लोग सिर्फ इस पर्व को नशा व नशे करने का दिन मानते हैं। यही कारण है कि भांग व धतूरा का अधिक प्रयोग करके 12 लोग क्षेत्रीय चिकित्सालय धर्मशाला में उपचार के लिए पहुंचे हैं।
यही हाल टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का भी है। यहां भी अापातकालीन कक्ष में उपचार के लिए कई मामले अाए हैं। क्षेत्रीय चिकित्सालय धर्मशाला में उपचार के लिए अाए लोगों में से कुछ एक स्वास्थ्य लाभ के लिए टांडा रैफर किए गए हैं। क्षेत्रीय चिकित्सालय में उपचार के लिए लाए गए लोगों में जिनको सांस कम होने की तकलीफ हो रही थी उन्हें ही टांडा रैफर किया गया है।
जिला भर में शिवरात्रि का पर्व विभिन्न छोटे व बड़े शिव मंदिरों में धूमधाम से मनाया गया। काठगढ़ मंदिर, बैजनाथ का शिव मंदिर, त्रिलोकपुर मंदिर, कांगड़ा वीरभद्र मंदिर, खनियारा के अघंजर महादेव मंदिर सहित अन्य शिव धामों में शिवरात्री पर्व की खूब धूम रही। जगह जगह पर भंडारे व गीत संगीत व भजन कार्यक्रमों का भी अायोजन किया गया। वहीं, इसके विपरीत इस पर्व को नशा करके मनाने वाले भांग धतूरा का अधिक प्रयोग करने पर अस्पताल भी पहुंचे। जिसमें से कुछ एक को उपचार के बाद घर भेज दिया गया तो कुछ को ज्यादा समस्या होने पर दाखिल भी करना पड़ा।