आवाज ए हिमाचल
12 अक्टूबर।पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सेनाओं के बीच सीमा पर कई इलाकों में लड़ाई चल रही है। इससे दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरू हो सकता है। इससे पहले शनिवार की रात भी अफगानिस्तान की तरफ से तालिबान लड़ाकों द्वारा पाकिस्तान की अग्रिम सीमा चौकियों पर गोलीबारी की गई थी, जिसमें 15 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत का दावा किया जा रहा है। रविवार की सुबह पाकिस्तान की तरफ से अफगानिस्तान की कई अग्रिम चौकियों पर टैंक, तोप और ड्रोन्स की मदद से जवाबी हमला किया गया है। दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए दुनियाभर के देशों ने शांति की अपील की है।पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, दोनों देशों के बीच अंगूर अड्डा, बाजौर, कुर्रम, दीर, चित्राल और खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान को बरामचा समेत कई अग्रिम चौकियों पर झड़प हुई। पाकिस्तान का दावा है कि टीटीपी के आतंकियों को पाकिस्तान में घुसपैठ कराने के लिए सीमा पर गोलीबारी की गई। पाकिस्तानी मीडिया एक्सप्रेस ट्रिब्यून का दावा है कि गोलीबारी में अफगानिस्तान की कई चौकियां तबाह हो गई हैं और कई अफगानी सैनिक और टीटीपी आतंकी मारे गए हैं। हालांकि रिपोर्ट में मृतकों और घायलों के सही आंकड़े नहीं बताए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत की सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद कासिम रियाज ने दावा किया है कि शनिवार रात अफगानिस्तानी गोलीबारी में पाकिस्तान के 15 सैनिक मारे गए हैं। तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान ने हाल के वर्षों में पाकिस्तान में कई बड़े आतंकी हमलों को अंजाम दिया है। पाकिस्तान का आरोप है कि टीटीपी नेताओं को अफगान तालिबान का समर्थन है। हालांकि दोनों देशों के बीच कई बार यह मुद्दा उठने के बावजूद हमलों को रोकने के लिए कोई खास कदम नहीं उठाए गए। बीते हफ्ते खैबर पख्तूनख्वा के अरकजई इलाके में हुई मुठभेड़ में एक लेफ्टिनेंट कर्नल समेत 11 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत से पाकिस्तान तिलमिला गया और यही वजह रही कि पाकिस्तान ने ही हाल ही में काबुल में बड़ा हवाई हमला कर टीटीपी नेताओं को निशाना बनाने की कोशिश की। अफगानिस्तान ने पाकिस्तानी हवाई हमले के जवाब में सीमा पर कई पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया और भारी गोलीबारी की। कुनार, नांगरहार, पक्तिका, खोश्त और हेलमंद इलाकों में सीमा पर दोनों तरफ से गोलीबारी की पुष्टि हुई है।पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प होने पर अमेरिका के पूर्व राजनयिक जालमे खालिजाद ने चिंता जाहिर की और इलाके में बड़ा संघर्ष छिड़ने की आशंका जाहिर की। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने भी दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सऊदी अरब ने दोनों देशों से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की। सऊदी अरब ने दोनों देशों में शांति और क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए मदद देने की भी पेशकश की। इनके अलावा कतर, ईरान ने भी दोनों देशों से बातचीत करने और संयम बरतने की अपील की है।पाकिस्तान जहां एक तरफ सीमा पर तालिबान लड़ाकों से जूझ रहा है और दोनों देशों के बीच संघर्ष छिड़ने की आशंका बनी हुई है। वहीं पाकिस्तान आंतरिक हिंसा से भी जूझ रहा है। पाकिस्तानी संगठन तहरीक ए लबैक पाकिस्तान के समर्थक फलस्तीनियों के समर्थन में इस्लामाबाद तक मार्च निकाल रहे हैं। एक दिन पहले ये मार्च हिंसक हो गया और पुलिस की गोलीबारी में कई टीएलपी समर्थक मारे गए। हालांकि इतने बवाल के बाद भी टीएलपी ने मार्च खत्म नहीं किया है और इसके समर्थक अभी भी इस्लामाबाद जाने पर अड़े हैं। टीएलपी समर्थकों ने पंजाब के शेखपुरा के मुरीदके में कैंप लगाए हैं और आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है।