आवाज़ ए हिमाचल
27 जुलाई । देश की दूसरी सबसे बड़ी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पंजाब के न्यू चंडीगढ़ में स्थापित होने जा रही है। पंजाब सरकार ने एनआईवी के साथ एमओयू साइन किया है। अब वायरस की जांच के लिए नमूने पुणे नहीं भेजने पड़ेंगे। पंजाब भवन में आयोजित बैठक में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे के साथ मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौते पर पंजाब की ओर से चिकित्सा शिक्षा विभाग की निदेशक और एनआईवी की निदेशक ने हस्ताक्षर किया। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री ओम प्रकाश सोनी के अनुसार 2020 में कोरोना शुरू होने पर राज्य की सरकारी मेडिकल कॉलेजों की लैब ने कोरोना सैंपल के 40 टेस्ट प्रतिदिन करने शुरू किए थे।
अभी भी कुछ टेस्ट जैसे कि जीनोम सीक्वेंसिंग क्वालिटियसोरेनस आदि के लिए एनआईवी पुणे नमूने भेजने पड़ते हैं। अब इन बीमारियों के टेस्ट पंजाब में ही हो सकेंगे।