आवाज ए हिमाचल
20 जनवरी। जैसा कि भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा COVID-19 टीकाकरण अभियान शुरू किया है, कई संयुक्त राष्ट्र एजेंसियां काफी नजदीक से टीकाकरण कार्यक्रम में भारत के साथ मिलकर काम कर रही हैं। यह संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के एक प्रवक्ता ने कहा।महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता, स्टीफन दुजारिक, ने मंगलवार को कहा, ‘भारत में, रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर रेनाटा डेसालियन के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र की टीम सरकार और संयुक्त राष्ट्र के सहयोगियों को भारी COVID-19 टीकाकरण कार्यक्रम में सहयोग कर रही है।’
उन्होंने दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि मंगलवार तक भारत सरकार ने लगभग आधा मिलियन लोगों को टीका लगाया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियां इस समय दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं।भारत ने 16 जनवरी को बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान चलाया, जिसके तहत देश भर में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोवीशील्ड और
कोवाक्सिन – दो प्रमुख भारत निर्मित टीके लगाए गए। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका के कोवीशील्ड का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया द्वारा किया जा रहा है, जबकि कोवाक्सिन का निर्माण भारत बायोटेक द्वारा किया जा रहा है।भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अब तक कुल 4,54,049 लोगों को टीकाकरण किए जा चुके हैं। टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव के लगभग 580 मामले सामने आए हैं और दो लोगों की मौत हो गई है। सरकार ने कहा है कि मौतें वैक्सीन से संबंधित नहीं हैं।
दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की टीमों ने अब तक 4,000 से अधिक टीकाकरण सेशन की निगरानी की है और 300,000 से अधिक टीकाकारों और स्वास्थ्य सेवा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने में मदद की है। हम तकनीकी सहायता भी प्रदान कर रहे हैं, जिसमें टीकों के लिए कोल्ड-चेन उपकरण सुनिश्चित करने में मदद करना शामिल है