आवाज़ ए हिमाचल
कोलकाता। फिल्म ‘दि केरल स्टोरी’ पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है और अब इसे पश्चिम बंगाल में बैन कर दिया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह फैसला नफरत और हिंसा की किसी भी घटना से बचने और राज्य में शांति बनाए रखने को लिया गया है। उन्होंने फिल्म पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘दि कश्मीर फाइल्स’ क्या है? यह एक वर्ग को अपमानित करने वाली फिल्म है। दि केरल स्टोरी क्या है? यह भी एक गलत तरह से पेश की गई कहानी है। ‘दि केरल स्टोरी’ फिल्म भाजपा ने बनाई है, जिसमें तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। इसका इरादा केरल को बदनाम करना है। उन्होंने इससे पहले आरोप लगाया था कि भाजपा ‘दि कश्मीर फाइल्स’ की तर्ज पर बंगाल पर भी एक फिल्म बनवा रही है और इसके लिए फंडिंग कर रही है। वहीं बंगाल सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए इस फिल्म के निर्माता विपुल शाह ने कहा कि अगर उन्होंने ऐसा किया है, तो हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।
कानून के प्रावधानों के तहत जो भी संभव होगा, हम लड़ेंग। विपुल शाह ने इसके साथ ही कहा कि हमारी फिल्म आतंकवाद पर है, जिसमें तीन लड़कियों की कहानी है। यह प्रॉब्लम सिर्फ इंडिया का नहीं है, पूरी दुनिया से लड़कियां जाती हैं। उधर, इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का कहना है कि पश्चिम बंगाल जैसा राज्य फिल्म को बैन करके अन्याय कर रहा है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के राज्य की एक बच्ची की हत्या हुई। जिस तरह से बेटी को घसीट कर ले जाते हैं, वह दृश्य शर्मसार करने वाला है। आप उस पर तो जवाब नहीं देतीं, लेकिन फिल्म को बैन करने का ऐसा काम करते हैं। क्या मिल रहा है आपको ऐसे आतंकवादी संगठनों के साथ खड़े होकर? क्या मिलता है, ऐसी सोच को बढ़ावा देकर? गौरतलब है कि तमिलनाडु में भी थियेटर्स मालिकों ने फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी है, जबकि मध्य प्रदेश में यह फिल्म टैक्स फ्री कर दी गई है।