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नई दिल्ली, 30 मार्च। दी कश्मीर फाइल्स को लेकर आम आदमी पार्टी और केजरीवाल सरकार आमने-सामने हैं। बुधवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने सांसद तेजस्वी सूर्या की अगुवाई में सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और उनके घर के बाहर नारेबाजी की। इसके बाद से आम आदमी पार्टी भाजपा पर हमलावर हो गई है और उसने सीएम आवास पर तोड़फोड़ करने का आरोप भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगाया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को ट्वीट कर बड़ा आरोप लगाया है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए और वहां लगा बूम बैरियर भी तोड़ दिया।
उत्तरी जिला डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि बुधवार को भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कश्मीर फाइल्स को लेकर दिल्ली के सीएम के विधानसभा वाले बयान के खिलाफ धरना आयोजित किया था। उनका यह धरना सुबह 11.30 बजे शुरू हुआ जिसमें करीब 150-200 लोग सीएम आवास के बाहर पहुंचे थे। करीब 1.00 बजे कुछ प्रदर्शनकारियों ने सीएम आवास का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए सीएम आवास के बाहर जा पहुंचे और नारे लगाए वह व्यवधान उत्पन्न किया। उनके पास पेंट का एक छोटा डिब्बा था जिसे उन्होंने सीएम आवास के दरवाजे पर फेंक दिया। इसके साथ ही बूम बैरियर और एक सीसीटीवी कैमरा भी टूटा पाया गया।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए करीब 70 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। इनमें भाजपा के युवा नेता तेजस्वी सूर्या का भी नाम बताया जा रहा है। इनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
मनीष सिसोदिया के साथ ही कई आप नेताओं ने भी ट्वीट कर इस पूरी घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है और दावा किया है कि ये सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ।
अपने ट्वीट में सिसोदिया ने भाजपा को दोषी ठहराते हुए लिखा, बीजेपी के गुंडे सीएम केजरीवाल के घर पर तोड़फोड़ करते रहे। घर पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर सीसीटीवी कैमरे और सिक्योरिटी बैरियर तोड़ दिए हैं। गेट पर लगे बूम बैरियर भी तोड़ दिए हैं। बीजेपी की पुलिस उन्हें रोकने की जगह उन्हें घर के दरवाजे तक लेकर आई।
जानें पूरा मामला
गौर रहे कि अरविंद केजरीवाल ने विपक्ष के फिल्म कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री करने की मांग पर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि एक फिल्म निर्देशक करोड़ों कमा रहा है और भाजपा के लोग पोस्टर लगा रहे हैं। अगर सबको फिल्म दिखानी है तो निर्देशक से कहो कि वह यू ट्यूब पर डाल दे, सब मुफ्त में देख पाएंगे। टैक्स में छूट देने की जरूरत क्या है। उनके इस बयान पर दिल्ली विधानसभा में ठहाके लगे और जब तक वो अपना भाषण पूरा कर पाते यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि, बाद में उनकी और पार्टी के नेताओं की ओर से इस पर सफाई दी गई।