दरिणी स्कूल में शुरू होगी धारकंडी कालेज की कक्षाएं, रिड़कमार में बनेगा भवन!

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सरकार की ओर गठित कमेटी ने डिब्बा व रिड़कमार हनुमान मंदिर के पास देखी जमीन

आवाज़ ए हिमाचल 

बबलू सूर्यवंशी, शाहपुर।

30 मई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की घोषणा के बाद शाहपुर के धारकंडी में कालेज निर्माण को लेकर कवायद शुरू हो गई है। सरकार ने नए कालेज में कक्षाएं बैठाने के लिए अस्थायी भवन व जमीन की तलाश आरंभ कर दी है। सरकार द्वारा गठित कमेटी ने धारकंडी का दौरा कर दो जगह जमीन देखी है। इसके अलावा अस्थायी तौर पर कक्षाएं शुरू करने के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दरिणी के 3 कमरों का चयन कर रिपोर्ट भेज दी है।
इसके अलावा कमेटी ने रिड़कमार हनुमान मंदिर के पास करीब 400 कनाल व डिब्बा में 25 कनाल भूमि का निरीक्षण भी किया है। डिब्बा में डीसी लैंड है, जबकि हनुमान मंदिर के पास वन भूमि है। कमेटी ने जमीन संबंधित तमाम कागजात व रिपोर्ट सरकार को भेज दी है।

धारकंडी के लिए घोषित कालेज को हालांकि अभी तक कैबिनेट में मंजूरी मिलनी है, लेकिन सूत्रों की माने तो चुनावी वर्ष होने के चलते जुलाई माह में यहां कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं।
यहां बता दें कि सरकार ने नूरपुर कालेज के वरिष्ठ प्रोफेसर पीएल भाटिया के नेतृत्व में कमेटी गठित कर धारकंडी में जाकर कालेज के लिए जमीन व अस्थायी भवन की तलाश करने के निर्देश दिए थे। कमेटी ने स्थानीय लोगों से सुझाब लेने संग कक्षाओं को शुरू करने के लिए अस्थायी भवन व नए भवन के लिए जमीन संबंधित रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजनी थी।

मंत्री सरवीन की मांग पर जयराम ने दिया था धारकंडी को कालेज

समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने 2 मई को शाहपुर में आयोजित पेंशनर्स सम्मान समारोह के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष शाहपुर के धारकंडी क्षेत्र में कालेज खोलने की मांग रखी थी। सरवीन की मांग पर मुख्यमंत्री ने मौके पर ही कॉलेज खोलने की घोषणा कर दी थी। धारकंडी में कालेज खोलने की मांग काफी पुरानी है तथा यहां कक्षाएं शुरू करने को लेकर अब कवायद शुरू हो गई है।

 

शाहपुर की एक दर्जन दुर्गम पंचायतों को मिलेगा लाभ

धारकंडी में कालेज खुलने से शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की अतिदुर्गम पंचायत हार बोह, रुलेहड़, रिडकमार, दरिणी, कनोल, कुठारना, करेरी, भलेड़ व पलोथा सहित कई पंचायतों के हज़ारों स्टूडेंट्स को लाभ मिलेगा। इन स्टूडेंट्स को पहले स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए कई किलोमीटर दूर शाहपुर, धर्मशाला या कांगड़ा जाना पड़ता था।सबसे ज्यादा दिक्कत लड़कियों को आती थी। इस कारण कई बच्चें उच्चतर शिक्षा से वंचित रह जाते थे।

 

 

शाहपुर को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना ही मेरा मुख्य मकसद: सरवीन चौधरी

समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि धारकंडी में कालेज की बहुत जरूरत थी तथा उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष इस इसकी मांग रखी थी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठक में जल्द ही इसकी मंजूरी मिल जाएगी। कालेज खुलने से धारकंडी क्षेत्र की कई पंचायतों के बच्चों खासकर बेटियों को लाभ मिलेगा।उन्होंने कहा कि शाहपुर को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना ही उनका मुख्य मकसद है। मुख्यमंत्री ने कई विकासात्मक कार्यों की महत्वपूर्ण घोषणाएं की है, जिन्हें जल्द अमल में लाया जाएगा।

 

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