आवाज़ ए हिमाचल
06 मार्च। पूर्व मंत्री जीएस बाली ने शनिवार को कांगड़ा पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट मीडिया पर केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश का मुद्दा लगातार चल रहा है। सीयू के विद्यार्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सीयू प्रबंधन के कानों में जूं तक नहीं रेंगी।उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय का भगवाकरण हो गया है। उपर से नीचे तक विश्वविद्यालय के अंदर एक ही विचारधारा के शिक्षकों की नियुक्तियां की जा रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा केंद्रीय वित्तमंत्री अनुराग ठाकुर भी हिमाचल से हैं। लेकिन केंद्रीय विश्वविद्यालय का काम आगे नहीं बढ़ रहा है। शिक्षकों की भर्ती में नियमों को बदला जा रहा है, विश्वविद्यालय के अंदर पढ़ाई नहीं हो रही है बच्चे संघर्ष कर रहे हैं।बाली ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि कांगड़ा में केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर भेदभाव क्यों किया जा रहा है।
उनकी आपसी लड़ाई तथा गुटबाजी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। केंद्रीय विश्वविद्यालय राजनीति का अड्डा बन कर रह गया है। सरकार से निवेदन है कि विश्वविद्यालय मुद्दे को तुरंत समझाया जाए, जो शिक्षकों की नियुक्तियां नियमानुसार नहीं है उन्हें तुरंत रद्द किया जाए अन्यथा सरकार अपने स्तर पर इन नियुक्तियों की जांच करें और हम सीबीआई की जांच की मांग करते हैं, ताकि लोगों को पता चल सके कि विश्वविद्यालय का स्तर किस दिशा में जा रहा है।
वहां नियुक्त शिक्षक कितने कुशल शिक्षक हैं प्रदेश में बेरोजगारी तथा मंहगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं डीजल, पेट्रोल तथा गैस के दाम बढ़ने से जनता परेशान हो रही है प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय भी कम हुई है। सरकार ने बेरोजगारी भत्ता भी बंद कर दिया है।