आवाज़ ए हिमाचल
बबलू गोस्वामी, नादौन। कोरोना काल की भयानक त्रासदी के चलते लगभग 2 वर्षों से विद्यालयों में प्रार्थना सभाएं बाधित रही, जोकि किसी भी विद्यालय का अभिन्न अंग हैं, परंतु अब हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग द्वारा विगत मास से विद्यालयों में होने वाली प्रार्थना सभा हेतु अनुमति प्रदान कर दी है, जिसके चलते शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी लगातार विद्यालयों में औचक निरीक्षण भी कर रहे हैं।
इसी क्रम में जिला हमीरपुर के उच्च शिक्षा उपनिदेशक बी.डी. शर्मा ने जिला शारीरिक शिक्षा प्रमुख एडीपीओ सुनील कपिल सहित सुबह 8:55 पर ही राजकीय कन्या विद्यालय नादौन में आकर प्रार्थना-सभा का अनौपचारिक निरीक्षण किया। इस दौरान कन्या विद्यालय नादौन की प्रार्थना सभा संस्कृत हिंदी और अंग्रेजी तीनों ही भाषाओं के समन्वय और संगीत अध्यापक नरेंद्र सिंह ठाकुर की अगुवाई में हारमोनियम, ढोलक तथा अन्य वाद्य यंत्रों सहित संगीतमय माहौल में संपन्न हुई। शारीरिक शिक्षक के अभाव में विद्यालय के संस्कृत अध्यापक नरेश मलोटिया ने संपूर्ण प्रार्थना सभा में छात्राओं को संस्कृत भाषा में ही दिशानिर्देश प्रदान किए।
ये भी पढ़ें:- कन्या विद्यालय नादौन की छात्राएं अंडर-14 जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में प्रथम
विद्यालय की प्रधानाचार्या मंजू रानी ने जिला शिक्षा उपनिदेशक तथा शारीरिक शिक्षा प्रमुख का विद्यालय आने पर अभिनंदन किया तथा अपना मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु धन्यवाद भी दिया। अंत में जिला शिक्षा प्रमुख ने छात्राओं के द्वारा की गई प्रार्थना सभा की सराहना की तथा प्रार्थना सभा के महत्व को समझाते हुए कहा कि प्रार्थना सभा के माध्यम से छात्राओं में एकात्मकता और मिलजुल कर कार्य करने की भावना उत्पन्न होती है। इसके अतिरिक्त एकाग्रता, अनुशासन, बौद्धिक-मानसिक-विकास, नेतृत्व क्षमता, भाषा विकास आदि योग्यताएं भी समृद्धि होती हैं।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कक्षाओं में जाकर भी छात्राओं और अध्यापकों के साथ संवाद स्थापित किया तथा उचित दिशा निर्देश अभी सभी को प्रदान किए। उन्होंने कन्या विद्यालय की छात्राओं को हर क्षेत्र में उत्तम प्रदर्शन करने पर बधाई भी दी।