आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर,परवाणू
11 अप्रैल।परवाणू से टीटीआर ओल्ड हाईवे तक का सफ़र आवाजाही करने वालो के लिए मौत का सबब बन बैठा है।यहां जहां तहां हुए अतिक्रमण व सड़क के दोनों तरफ मालवाहक वाहनों के बेतरतीब ढंग से खड़े होने के चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।आलम यह है की हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद यहां से न तो अतिक्रमण हटाया जा रहा है ओर न ही सड़क पर अवैध तरीके से खड़े हुए वाहनों पर कोई कार्रवाई की जा रही है। इसके चलते लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर आवाजाही करना पड़ रही है।यहां बता दे कि परवाणू से टीटीआर चौक तक की सड़क पहले एनएच के अंतर्गत आती थी,लेकिन पिंजौर परवाणू बाईपास शुरू होने के बाद अब यह स्टेट रोड की श्रेणी में आ गई है। पिंजौर परवाणू बाईपास शुरू हो जाने के बाद इस मार्ग पर यातायात कम होने के आसार जताए जा रहे थे, लेकिन परवाणू को बाईपास से लिंक न मिलने के चलते ओल्ड हाईवे पर यातायात का दबाव घटने के बजाय और बढ़ गया है।परवाणू को यही ओल्ड हाई वे टीटीआर चौक पर एनएच से जोड़ता है।इसके चलते यहां रोजाना सैंकड़ो की त दाद
में वाहनों की आवाजाही होती है। इस ओल्ड हाईवे की हालत वैसे ही खस्ता है,उस पर आलम यह है की जगह जगह अतिक्रमण व वाहनों की अवैध पार्किंग के चलते लोगों को रिस्क उठाकर इस मार्ग पर सफ़र करना पड़ रहा है।परवाणू से लेकर टीटीआर चौक तक दोनों ओर ट्रक खड़े रहते है। सेक्टर तीन पुरला स्कूल के नजदीक तो एक लोहे के व्यापारी ने अपना सामान रखकर सड़क के दोनों ओर कब्ज़ा कर रखा है,इसके अलावा गाडियों की लोडिंग व अनलोडिंग भी सड़क में ट्रको को खड़े करके करवाई जा रही है। इस पॉइंट पर लगातार किसी हादसे का खतरा बना रहता है। इसके अलावा अगले मोड़ पर एक सीमेंट की कंपनी के स्टोर के दोनों ओर भारी मालवाहक वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है।सड़क के दोनों ओर खड़े ट्रको के चलते यहां कभी भी कोई गंभीर हादसा हो सकता है।
इस सबके बावजूद एवं रसूकदार लोगों के द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण पर प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।आलम यह है कि हाई कोर्ट ने भी जगह जगह सड़क पर अवैध पार्किंग व अवैध कब्ज़ा करने वालों पर कार्रवाई करने की हिदायत प्रशासन को दी है,लेकिन इसके बाद भी इस मार्ग पर प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।बीते दिन सोलन जिला उपायुक्त द्वारा भी इस विषय पर जानकारी सांझा की थी।
एनएच की बात करे तो परवाणू-सोलन एनएच पर दत्यार,कोटी,जाबली में वाहन सड़क के दोनों ओर खड़े रहते है।अधिकांश होटल व ढाबे वालो के पास अपनी पार्किंग नहीं है,लिहाजा पर्यटकों को अपने वाहन सड़को पर ही खड़े रखने पड़ते है।इस से सड़के सिकुड़ कर छोटी हो जाती है व हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रहती है।वहीं हाइवे विभाग को भी इस बारे सख़्ती से संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
उधर, हाई कोर्ट के दिशा निर्देशों को लेकर एसडीएम कसौली नारायण चौहान ने कहा कि जो भी आदेश हुए हैं,उसकी जिला उपायुक्त महोदय द्वारा सभी सम्बंधित विभागों को सख़्ती से पालन करने के आदेश दिए जा चुके हैं।उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायलय एवं डीसी महोदय की डायरेक्शन को लेकर वे स्वयं इस पुरे मामले की जांच करेंगे और जो भी आवश्यक कार्यवाही होगी वे की जायेगी। नप कार्यकारी अधिकारी बाबू राम नेगी ने कहा कि हाई कोर्ट की जो डायरेक्शन हैं,उस पर नगर परिषद द्वारा हर हाल में कार्यवाही की जायेगी।उन्होंने कहा कि अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस विभाग,ब्लॉक प्रशासन एवं सम्बन्धित विभागों की कमेटी बनती है।बाबू राम नेगी ने कहा कि परवाणू सड़कों के किनारे अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए नगर परिषद,पुलिस विभाग,लोकनिर्माण विभाग, हिमुडा व अन्य सम्बंधित विभागों की जॉइंट कमेटी बनेगी ताकि परवाणू को अवैध अतिक्रमण मुक्त बनाया जा सके।