आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 4 मई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिमाचल प्रदेश के अवैध शराब मामले में संलिप्त 31 आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। पुलिस मुख्यालय से रिकॉर्ड मिलने पर ईडी ने आरोपियों की संपत्तियों को जांचना शुरू कर दिया है।
हालांकि पुलिस की एसआईटी ने भी एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को जब्त किया है, लेकिन इस मामले की बारीकियों से जांच करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने ईडी को मामला सौंपा है।
जहरीली शराब पीने से हिमाचल प्रदेश में सात लोगों की मौत हो गई थी। इनमें करीब 31 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं। कई को जमानत मिल गई है, जबकि 25 के करीब कारोबारी अभी भी जेल में हैं। अवैध शराब कारोबार मामले में सुंदरनगर, नालागढ़, रामशहर, बद्दी और हरोली में कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
जनवरी, 2022 में तहसील सुंदरनगर में मिलावटी शराब पीने से मौत का पहला मामला सामने पर पुलिस मुख्यालय ने जांच के लिए एसआईटी गठित की। आबकारी एवं काराधान विभाग की ओर से भी प्रदेश के जिलों में जगह-जगह छापामारी की गई। इसमें कई कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
पुलिस महानिदेशक संजय कूंडू खुद मौके पर डटे रहे। इस मामले में अभी भी पुलिस की कार्रवाई जारी है। हर पहलू को बारीकियों से जांचा जा रहा है। आय से अधिक संपत्ति की आशंका के चलते पुलिस ने यह मामला ईडी को सौंपा है। बताया जा रहा है कि ईडी रिकॉर्ड की जांच पड़ताल कर रही है। अब आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। इसके पुख्ता सबूत मिलने के बाद ईडी संपत्तियों को अटैच कर सकता है।