आवाज ए हिमाचल
02 मार्च। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में भू -दृश्य पायलट योजना की शुरुआत की जा रही है, जिसके लिए जिले के सीधी विधानसभा क्षेत्र के 12 गांवों को चिन्हित किया गया है। इन गांव में (जल, जमीन, जंगल, जानवर, और जन) पर काम किया जाएगा। जिससे क्षेत्र के लोगों की आजीविका में वृद्धि होगी। इस कार्य की एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है। करीब एक सप्ताह पहले भोपाल की सामाजिक संस्था आसा की 10 सदस्य टीम ने गांव में जाकर सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। उसके बाद एक बार फिर प्रशासन के साथ बैठकर योजना का अंतिम रूप दिया जायेगा। यह कार्य जिला प्रशासन की देखरेख में किया जा रहा है और कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी स्वयं इस कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
2030 तक 2.1 करोड़ हेक्टेयर भूमि के पुनस्र्थापना का लक्ष्य:
वर्ष 2015 के पेरिस जलवायु सम्मेलन एवं बोन चैलेंज 2017 के अंतर्गत भारत ने कई अंतरराष्ट्रीय समझौते किए हैं। जिसके तहत वर्ष 2030 तक लगभग 2.1 करोड़ हेक्टेयर भूमि के पुनस्र्थापन का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय संस्थान डब्ल्यूआरआइ (विश्व संसाधन संस्थान) की मदद से सीधी जिले में इसका एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का वर्ष 2016 में लिया। वर्ष 2016 से 18 तक डब्ल्यूआरआइ ने सीधी जिले के एरिया में जाकर स्टीडी (सर्वेक्षण) किया था।