बोले- सड़कों पर करनी पड़ती है धावकों को तैयारी
आवाज ए हिमाचल
मनीष ठाकुर, भरमौर। जिला चंबा पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के संस्थापक व महासचिव अजय शर्मा ने बताया कि जिले में एथलीट स्पर्धाओं के लिए धावकों को सिंथेटिक ट्रैक की कमी खल रही है। जिले में आज दिन तक इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ है। एक तरफ तो सरकार ने चंबा को आकांक्षी जिला के रूप में दर्ज किया है, लेकिन अभी तक चंबा खेल के क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं से काफी वंचित है। जिले में सिंथेटिक ट्रैक न होने की वजह से धावक को जिले से बाहर जाकर तैयारी करनी पड़ती है। यही वजह है कि जिला चंबा के धावक सिंथेटिक ट्रैक पर कुछ ज्यादा नहीं कर पाते।
पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन ने जिले में सिंथेटिक ट्रैक बनाने की उठाई मांग
अजय ने कहा की जिले में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है कमी है तो सिर्फ एक अच्छे मंच की ओर कई बार इस विषय को लेकर खेल विभाग के साथ हमारी बातचीत होती रहती है। अगर सरकार, प्रशासन और खेल विभाग मिलकर जिले में खेलों को बढ़ावा देने के लिए काम करती है तो हमारे खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ा प्रोत्साहन होगा। बिना सिंथेटिक ट्रैक के जिला में धावक सख्त सड़कों पर अपनी जिला, राज्य, राष्ट्रीय, एथलीट और आर्मी रैली आदि स्पर्धाओं की तैयारी करते हैं। प्रशिक्षकों की मानें तो सख्त मैदानों पर धावकों का दौड़ना उनके घुटनों के लिए हानिकारक रहता है।
आगे चलकर खिलाड़ी की क्षमता में भी कमी आती है। यही कारण है कि जिला चंबा दिन प्रतिदिन अन्य जिलों के मुकाबले खेल के क्षेत्र में बहुत पिछड़ता जा रहा है। अजय ने इस पर सभी एसोसिएशन को मिलकर काम करने और प्रशासन सरकार को इस विषय पर सख्त कदम उठाने की मांग रखी है।