खालिस्तानी झंडे लगाने के विरोध में परवाणू बॉर्डर पर पुलिस अलर्ट मोड पर, वाहनों की बारीकी से हो रही जाँच

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आवाज़ ए हिमाचल

सुमित शर्मा, परवाणू।

9 मई। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में ख़ालिस्तानी झंडे व बैनर लगने की घटना के बाद हरियाणा के साथ सटे प्रदेश के प्रवेश द्वार परवाणू में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। परवाणू के टीटीआर स्थित पुलिस नाके में प्रदेश में एंट्री करने वाले हर वाहन की बारीकी से जाँच की जा रही है।

ग़ौरतलब है कि परवाणू शहर हरियाणा राज्य की सीमा के साथ सटा हुआ शहर है, जहां से हज़ारों गाड़ियां आए दिन हिमाचल में प्रवेश करती है। इनमे ज़्यादातर वाहनो की तादाद प्रदेश में घूमने आने वाले सैलानियों की होती है। वैसे तो हिमाचल शांत राज्य माना जाता है परन्तु हिमाचल की दूसरी राजधानी कही जाने वाली तपोवन विधानसभा के गेट व परिसर में अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा खालिस्तानी झंडे लगाए जाने के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर आ गयी है, ख़ास कर बॉर्डर एरिया में कड़ी सख़्ती बरती जा रही है।

बता दें कि प्रवेश द्वार परवाणू में 3 जगह से बॉर्डर लगते है जिसमें एक ओल्ड बैरियर, नेशनल हाइवे बेरियर और सेक्टर 4 में एक छोटा बैरियर है, जहां से प्रवेश किया जा सकता है। इन सभी बैरियर में पुलिस द्वारा सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सोमवार को हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू छुट्टी पर होने के बावजूद परवाणू में सुरक्षा का जायज़ा लेने पहुंचे और मौके पर खड़े पुलिस के जवानो से मिल कर उनकी हौसला अफ़ज़ाई की।

परवाणू के डीएसपी प्रणव चौहान ने कहा की हाल ही में धर्मशाला में हुई घटना के बाद अंतर्राज्यीय सीमा परवाणू पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहाँ वाहनों की गहन जांच की की जा रही है और आगे भी की जाती रहेंगी। यदि कोई असामाजिक तत्व कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने की कोशिश करता है, तो उसे राज्य की सीमा पर पकड़ा जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जहां तक ​​हिमाचल प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा की बात है तो पुलिस उपमंडल परवाणू एक महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्र है, जिसकी सीमा हरियाणा राज्य से सटी हुई हैं।

डीएसपी प्रणव चौहान ने कहा की किसी भी कीमत पर असामाजिक तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जहां तक ​​पर्यटकों की बात है तो उनकी सुरक्षा और सुविधाओ के लिए हम सदैव तैयार है।

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