आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम चंबियाल,धर्मशाला
06 जून । प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन सीजन के दौरान यातायात के साधनों को आसान बनाने के उद्देश्य से धर्मशाला और मैक्लोडगंज को जोड़ने वाले रोपवे के पूरा होने की तरीख 4 बार आगे बढ़ने के बावजूद इसका काम अधर में ही लटका हुआ है। पहले कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन और अब कोरोना की दूसरी लहर के दौरान निर्माण कार्य में जुटे स्टाफ के कोरोना संक्रमित होने के चलते इसका निर्माण कार्य लटका हुआ है। इससे पहले धर्मशाला और मैक्लोडगंज को जोड़ने वाले रोपवे का काम तेजी से चल रहा था।
धर्मशाला-मैकलोडगंज रोपवे की परिकल्पना साल 2013 में की गई थी और इसे 13 फरवरी 2015 को सरकार की अंतिम मंजूरी मिल गई थी। सरकार द्वारा 8 जून 2015 को टीआरआईएल के पक्ष में एक पत्र जारी किया गया था। 16 जनवरी 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा परियोजना की आधारशिला रखी गई थी। परियोजना को 2018 के अंत तक पूरा किया जाना था, लेकिन वन मंजूरी में देरी के कारण स्थगित कर दिया गया था। बाद में इसे जून 2019 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया लेकिन निर्माण कार्य में हुए बिलंब के चलते इसे जून 2020 तक पूरा करना निर्धारित किया गया।
कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के चलते इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य जून 2021 किया गया। कोरोना की दूसरी लहर के चलते हुए बिलंब के बाद रोपवे कंपनी के स्काईवे रोपवे के डायरेक्टर अलोक कपूर ने एक्सपर्ट कमेटी के अध्यक्ष मैकेनिकल सर्किल के एक्सईएन इंजीनियर आरके चंद्रा को पत्र लिख कर स्टाफ के कोरोना संक्रमित होने के चलते प्रोजेक्ट की कंप्लीशन डेट 11 दिसंबर, 2021 तक बढ़ाने का आग्रह किया गया है। एक्सईएन इंजीनियर आरके चंद्रा ने बताया कि एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी ऑब्जर्बेशन लगाकर इस पत्र को आगामी कार्रवाई के लिए सरकार को प्रेषित कर दिया है।