आवाज़-ए-हिमाचल
8 नवम्बर : चंबा शहर से रोजाना उठाए जाने वाले कूड़े के निपटान के लिए जगह न होने से इसे रावी नदी के किनारे फेंका जा रहा है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। सुबह-शाम चोरी-छिपे कूड़े को आग लगाकर नष्ट किया जा रहा है। इससे वातावरण दूषित हो रहा है।
शनिवार को बस स्टैंड के साथ बारगाह में शरारती तत्वों ने कूड़े में आग लगा दी। इस कारण धुएं से लोगों व मार्ग पर गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब डेढ़-दो साल से कूड़े को रावी नदी के किनारे फेंका जा रहा है। शहर के सबसे पुराने कूड़ा निस्तारण संयंत्र में तालाबंदी के बाद नए के लिए जगह की तलाश नहीं हो पाई है।
इस कारण नगर परिषद चंबा-पठानकोट मार्ग पर सुलतानपुर हेलीपैड के पास व बारगाह में रावी के किनारे कूड़ा फेंक रही है। आरोप है कि नगर परिषद के सफाई ठेकेदार भी कूड़े को आग लगा रहे हैं।
स्थानीय लोग कई बार नगर परिषद से शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। नगर परिषद चंबा के 11 वार्डो के कूड़े के निपटान के लिए जगह न होने से समस्या गंभीर हो गई है।
चंबा-पठानकोट मार्ग से रोजाना जिला प्रशासन व नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारी गुजरते हैं लेकिन किसी का भी कूड़े की तरफ ध्यान नहीं जा रहा है। सफाई ठेकेदार को कूड़ा सही जगह पर निपटान करने के निर्देश दिए हैं लेकिन फिर भी इसे रावी नदी के किनारे फेंका जा रहा है।
राजनगर व आसपास के क्षेत्रों के लोग रावी नदी का पानी पीते हैं। इन लोगों को भी दूषित पानी पीने से बीमारियां फैलने का डर रहता है। नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैयर ने बताया कि उन्हें खुले में फेंके कूड़े को आग लगाने के बारे में जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि कूड़े में आग लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।