आवाज़ ए हिमाचल
धर्मशाला। किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर किडनी की बीमारी से ग्रस्त कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति (केसीसीबी) के निदेशक से 10 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने अब इस मामले को लेकर कांगड़ा पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र सौंप कर मामले की जांच करने की गुहार लगाई है। कांगड़ा पुलिस ने भी शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच आरंभ कर दी है। कांगड़ा पुलिस को इस संबंध में रणजीत सिंह ने शिकायत सौंपी है। शिकायत में उन्होंने कहा है कि उनकी दोनों किडनियां खराब हैं।
वर्ष 2019 में एक दिन वह धर्मशाला के कचहरी चौक के समीप स्थित एक निजी होटल में बैठे हुए थे। इस दौरान एक व्यक्ति उनके पास आया और उनकी परेशानी का कारण पूछा। जिसके चलते उन्होंने उक्त व्यक्ति को अपनी बीमारी के बारे बताया। इस पर व्यक्ति ने अपना परिचय देते हुए खुद को नितिन गुप्ता और साथ बैठी महिला को पत्नी बताया। इसके साथ विजिटिंग कार्ड देते हुए कहा कि वह केंद्रीय मंत्री के पीए भी हैं तथा उनके भाई का दिल्ली में अस्पताल हैं। उस अस्पताल में किडनी के डोनर का प्रबंध भी कर दिया जाता है और किडनी ट्रांसप्लांट भी कर दिया जाता है जिस पर पीड़ित ने उन पर विश्वास कर लिया।
इसके बाद 2 माह के बाद नितिन का फोन आया और उसने कहा कि उसने अपने भाई से बात कर ली है। इलाज के लिए 10 लाख रुपए दे दो और किडनी का प्रबंध होते ही बुला लिया जाएगा। इस पर उन्होंने 23 मार्च, 2019 को 10 लाख रुपए बताए गए खाते में जमा करवा दिए। इसके बाद वह फोन का इंतजार कर रहे थे लेकिन फोन नहीं आया। जब उन्होंने नितिन को फोन किया तो नंबर बंद आया। कई बार फोन किया परंतु उससे संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद कोरोना फैलने के कारण वह कहीं आ जा नहीं सके। उधर, एडिशनल एसपी कांगड़ा हितेश लखनपाल ने बताया कि शिकायत पर पुलिस ने सदर थाना धर्मशाला में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।