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कांगड़ा, 01 जुलाई। डा. राजेंद्र प्रसाद आयुर्विज्ञान महाविद्यालय व अस्पताल टांडा ने शुक्रवार सुबह दूसरी आर्गन ट्रांसप्लांट की सफल सर्जरी कर इतिहास रच दिया है। इससे पहले टांडा मेडिकल कालेज में मार्च में पहली आर्गन ट्रांसप्लांट की सफल की सर्जरी की गई थी और अब दूसरी सफल सर्जरी की है।
शुक्रवार सुबह टांडा मेडिकल कालेज में धर्मी देवी की आर्गन ट्रांसप्लांट की सफल सर्जरी की गई जिसके बाद महिला से लिये गए आर्गन को सुबह विशेष विमान से पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिया गया है जहां दो लोगों को महिला के आर्गन ट्रांसप्लांट कर दिए गए हैं।
टांडा मेडिकल कालेज में शुक्रवार सुबह आर्गन ट्रांसप्लांट की सर्जरी शुरू की गई तो पीजीआई चंडीगढ़ में भी आर्गन ट्रांसप्लांट को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई थी। कांगड़ा से चंडीगढ़ विमान से आर्गन भेजे गये जहां दोपहर तक चड़ीगढ़ पीजीआइ में दो लोगों को सफल आर्गन ट्रांसप्लांट किये गये जिससे दो लोगों को नई जिंदगी मिली है।
टांडा मेडिकल कालेज में दूसरी सफल आर्गन ट्रांसप्लांट सर्जरी करने पर संस्थान के प्राचार्य डा. भानू अवस्थी ने संस्थान की टीम को बधाई दी है।
टांडा मेडिकल कालेज के ट्रांसप्लांट सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड डा. राकेश चौहान ने बताया कि सुबह टांडा मेडिकल कालेज में एक 75 वर्षीय महिला की आर्गन ट्रांसप्लांट की सफल सर्जरी की गई। महिला के आर्गन ट्रांसप्लांट सर्जरी से जहां दो लोगों को नई जिंदगी मिली है वहीं दो लोगों आंखों की रोशनी भी मिलेगी। आर्गन ट्रांसप्लांट करने वाली 75 वर्षीय महिला धर्मी देवी गांव पलवामा, डाकघर स्कोट पंचायत समेला, तहसील व जिला कांगड़ा की रहने वाली है।
उन्होंने बताया कि 75 वर्षीय महिला के पुत्र प्रीतम चंद ने अपनी माता के आर्गन ट्रांसप्लांट करने के लिए हामी भरी जिसके बाद संस्थान के ट्रांसप्लांट सर्जरी विभाग से उन्होंने संपर्क किया। महिला के परिवार की सहमति से आर्गन ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई। परिवार के अंग दान करने के निर्णय से चार परिवारों में खुशियां दिलाई है जिसके लिए प्रीतम चंद व उनका परिवार लोगों के लिए मिसाल है।