आवाज़-ए-हिमाचल
31 अक्टूबर : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक साक्षात्कार में भारत को पड़ोसी देशों चीन, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान के लिए एक खतरा है| एक जर्मन मैगजीन को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा है
कि दक्षिण एशिया में कभी भी संघर्ष हो सकता है|उन्होंने कहा कि इसीलिए हम सबसे ताकतवर देश अमेरिका से आशा करते हैं कि वहां चाहे कोई भी राष्ट्रपति बने, उसे बिना किसी भेदभाव के हमारे साथ समान व्यवहार करना चाहिए| पाक प्रधानमन्त्री ने कहा है
कि अमेरिका को लगता है कि भारत चीन को रोक पाएगा जोकि पूरी तरह से एक भ्रम है| उन्होंने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह अब तक की सबसे अतिवादी और नस्लवादी मानसिकता की सरकार है|
इमरान खान ने कहा कि पीएम मोदी की पार्टी की बौद्धिक नींव आरएसएस के लेखन में खुले तौर पर हिटलर को सराहा जाता रहा है| उन्होंने कहा कि नाजी यहूदियों से छुटकारा चाहते थे और आरएसएस मुस्लिमों से| एक सवाल के जवाब में इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान में 27 लाख अफगान रहते हैं और इस्लामाबाद को इस बात का फायदा मिलता है|
इमरान खान ने कहा, अफगानिस्तान में हमारा कोई स्वार्थ नहीं है, हमारा एक ही मकसद है कि काबुल में भविष्य में आने वाली सरकार भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जमीन का इस्तेमाल न करने दे| उन्होंने कहा कि वह बस इतना कह सकते हैं कि अफगानिस्तान के बाद कोई देश अगर वहां शांति चाहता है तो वह पाकिस्तान ही है| पाकिस्तान की सरकार सेना की आलोचना को प्रतिबंधित करने के लिए एक नया कानून लाने जा रही है|