आवाज ए हिमाचल
13 फरवरी। पंजीकरण एवं लाइसेंस विभाग (आरएलए) पालमपुर में बीएस-4 वाहनों के पंजीकरण में हुए फर्जीवाड़े की प्रशासन व पुलिस ने जांच तेज कर दी है। उपमंडल प्रशासन ने फर्जीवाड़े में संलिप्त क्लर्क को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उसके जवाब को लेकर भी जांच की जा रही है। उपमंडल प्रशासन ने अब सभी वाहनों का पंजीकरण सॉफ्टवेयर से करने का आदेश जारी किया है। एसडीएम धर्मेश रामोत्रा ने पत्रकारों को बताया कि बीएस-4 वाहनों का पंजीकरण 31 मार्च 2020 तक होना था लेकिन पंजीकरण एवं लाइसेंस विभाग में नियमों को दरकिनार कर किया गया है। जांच करने पर करीब 112 वाहनों के पंजीकरण में फर्जीवाड़ा पाया गया है।
पंजीकृत सभी वाहन महंगे व अन्य राज्यों से संबंधित हैं। अधिकतर वाहन मालिकों का पता, आधार कार्ड व मोबाइल फोन नंबर भी मैच नहीं कर रहा है। दो वाहन मालिकों का नाम सूची में गलती से आ गया था। बाद में इनके दस्तावेज सही पाए गए। शेष 110 वाहनों में एक की एनओसी भी जारी की गई है। दो दिन पहले 109 वाहनों का पंजीकरण व एक की एनओसी रद की गई है।उन्होंने आरएलए कार्यालय में कार्यरत क्लर्क के जवाब पर असंतुष्टि जताते हुए बताया कि रिपोर्ट तैयार कर उपायुक्त को भेज दी है। डीएसपी पालमपुर अमित शर्मा ने बताया कि फर्जीवाड़े से जुड़े 110 वाहनों की डिटेल हासिल कर ली है। इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।