आवाज़ ए हिमाचल
जतिन लटावा,जोगिंद्र नगर
21 मई।जोगिन्द्र नगर उपमंडल में आयुर्वेद विभाग की टीमें कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट मरीजों का उनके घर-द्वार पहुंचकर हालचाल जान रही हैं,साथ ही जरूरत पडऩे पर जहां कोरोना संक्रमित मरीजों को स्वास्थ्य सबंधी परामर्श दिया जा रहा है तो वहीं गंभीर रोगियों को कोविड केयर अस्पतालों में रैफर करवाने में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। इसके अतिरिक्त आयुष घर-द्वार कार्यक्रम के तहत कोविड संक्रमित मरीजों को वर्चुअली योग भी सिखाया जा रहा है।
जोगिंद्र नगर आयुर्वेद विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जोगिंद्र नगर क्षेत्र में आयुर्वेद विभाग की निगरानी टीमों ने गत चार मई से लेकर 20 मई तक कुल 380 होम आइसोलेट मरीजों का उनके घर-द्वार पहुंचकर हालचाल जाना है। इस अवधि के दौरान उपमंडल के 100 गांवों के 291 घरों को कवर किया गया है। इस दौरान आयुर्वेद विभाग की निगरानी टीमों द्वारा न केवल कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट मरीजों की कांउसलिंग की जा रही है बल्कि आवश्यक दवाईयों के साथ-साथ आयुर्वेदिक काढ़ा उपलब्ध करवाने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए संतुलित एवं पौष्टिक आहार बारे जानकारी भी दी जा रही है। इस दौरान क्षेत्र के भराडू व सैंथल गांवों से आपातकालीन कॉल प्राप्त होने पर जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की कम होती ऑक्सीजन लेवल को मौके पर पहुंचकर जांचा तो वहीं गंभीर स्थिति को देखते हुए एंबुलेंस के माध्यम से इन्हे तुरन्त कोविड केयर अस्पतालों में रैफर भी करवाया गया।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पिछले सप्ताह से आयुष घर-द्वार कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। इस कार्यक्रम के माध्यम से कोविड संक्रमित मरीजों को श्री श्री रवि शंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के सहयोग से वर्चुअली माध्यम से योग करने को प्रेरित किया जा रहा है। दिन में एक बार संस्था के प्रशिक्षक वर्चुअली कोविड संक्रमित मरीजों को योग सिखाते हैं ताकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके। विभाग की निगरानी टीमें कोविड संक्रमित मरीजों के साथ योग प्रशिक्षक का लिंक शेयर करती हैं तथा वर्चुअली मोबाइल फोन के माध्यम से प्रशिक्षण की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है।
* क्या कहते हैं अधिकारी
इस बारे उप मंडलीय आयुर्वेद चिकित्साधिकारी जोगिंद्र नगर डॉ. देश राज वर्मा ने बताया कि सरकारी निर्देशों के तहत उपमंडल जोगिन्दर नगर में आयुर्वेद विभाग की वर्तमान में कुल सात निगरानी टीमें जिसमें सात आयुर्वेद डॉक्टर एवं सात फॉर्मासिस्ट तैनात हैं नियमित तौर पर कोरोना संक्रमित मरीजों की निगरानी कर रही हैं। इस दौरान ये निगरानी टीमें कोरोना संक्रमित मरीजों का उनके घर-द्वार पहुंचकर न केवल उनका कुशलक्षेम पूछ रही हैं बल्कि आपातकालीन स्थिति में दूरभाष के माध्यम से भी उन्हे आवश्यक चिकित्सीय परामर्श भी दिया जा रहा है। साथ ही गंभीर स्थिति में कोरोना संक्रमित मरीजों को कोविड केयर अस्पतालों को रेफर करवाने में भी सहायता कर रही हैं।