आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर,परवाणू
28 अप्रैल।परवाणू आयशर स्कूल में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए एक काउंसलिंग सेशन का आयोजन किया गया। काउंसलिंग सेशन में विद्यार्थियों को साइकोलॉजी का अर्थ बताया गया।इस दौरान कहा कि मानव मनोविज्ञान,जिसमें मानव व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है,यह बच्चों और बड़ों के व्यवहार के पीछे के कारणों और उनकी भावनाओं,विचारों व व्यवहार को समझने का प्रयास करता है।इस सेशन में राकेश परिहार साइकोलॉजिस्ट ईएसआई हॉस्पिटल परवाणू बतौर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे।
राकेश परिहार ने साइकोलॉजी के क्षेत्र से जुड़े तथ्यों व अपने अनुभव और ज्ञान के आधार पर विश्लेषण किया। डॉ परिहार ने विद्यार्थियों की भावनाओं को समझते हुए उनके जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान भी किया।उन्होंने बताया कि कैसे आक्रामकता और गुस्सा हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।उन्होंने बताया कि भोजन भी हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है,क्योंकि सही आहार हमें स्थिर और संतुलित रखता है।इसलिए हमारा आहार संतुलित होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को नशे से दूर रहने की भी सलाह दी।डॉ परिहार ने बताया कि कैसे नशे का सेवन बच्चों के स्वास्थ्य के लिए घातक है। यह उनके शारीरिक व मानसिक विकारों का कारण बन सकता है।उन्होंने कहा कि समय रहते नशे से होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में बच्चों का जागरूक होना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर आयशर स्कूल प्रधानाचार्य दिपक सिंघी ने कहा कि आयशर स्कूल परवाणू हमेशा से बच्चों के मार्गदर्शन के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता रहा है और भविष्य में भी करता रहेगा ,क्योंकि स्कूल का उद्देश्य विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा देना है बल्कि शिक्षा के साथ-साथ उचित मार्गदर्शन देकर उनका सर्वांगीण विकास कर उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करना भी है।