आवाज ए हिमाचल
23 मई। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण तरल मेडिकल ऑक्सीजन की ढुलाई की जरूरत को देखते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्रशिक्षित ड्राइवरों का पूल बनाने के लिए कहा। ऐसे 500 ड्राइवरों को तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा जबकि अगले दो महीनों में ड्राइवरों की संख्या को बढ़ाकर 2,500 किया जाएगा।
मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रशिक्षित ड्राइवरों का पूल बनाने की तत्काल जरूरत है जो 24 घंटे जारी अभियान में वर्तमान ड्राइवरों की मदद कर सकें या उनकी जगह ले सकें। मंत्रालय का सुझाव है कि ड्राइवरों को संक्षिप्त कार्यक्रम या अप्रेंटिसशिप के जरिये खतरनाक रसायनों और तरल मेडिकल आक्सीजन को हैंडिल करने का तत्काल प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
इनके प्रशिक्षण कार्यक्रमों को लाजिस्टिक सेक्टर स्किल काउंसिल, इंडियन कैमिकल काउंसिल, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन और मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादकों के सहयोग से डिजायन किया गया है। सभी प्रशिक्षित ड्राइवरों की सूची डिजिटल प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध कराई जाएगी। इन ड्राइवरों को विशेष अभियान के तहत वैक्सीन लगाने और संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती में प्राथमिकता देने का सुझाव दिया गया है।