आवाज ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
05 जनवरी।पंचायत चुनाव के चुनावी मैदान में इस बार काफी लोग भाग्य अजमाने के लिए मैदान में उतर गए है। पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों की बढ़ी हुई संख्या कई समीकरण बिगाड़ने का काम कर रही है । जिसका एहसास उम्मीदवारों को भी है जिसके चलते चुनाव में खड़े उम्मीदवार अन्य उम्मीदवारों को अपने पक्ष में नामांकन वापिस लेने के लिए दवाब बना रहे है।
पार्टी की तरफ से जो सिपाही चुनावी मैदान में उतरे है उन्होंने भी अपने आकाओं को इसके बारे में सूचित कर दिया है और अब राजनैतिक पार्टी के नेता अपने सभी उम्मीदवारों के साथ मीटिंग करके सहमती बनाने का काम कर रहे है ताकि पार्टी से एक ही उम्मीदवार चुनावी मैदान में रहे।
कुछ उम्मीदवारों को राजनैतिक पार्टी के बड़े बड़े नेता फ़ोन करके उन्हें नामांकन वापिस लेने के लिए दबाब बना रहे है। गौर तलब है कि बुधवार को नामांकन वापिस लेने का अंतिम दिन है।बुधवार को तीन बजे तक नामांकन वापिस लिए जा सकते है उसके बाद जो प्रत्याशी चुनावी मैदान में बचेंगे उन्हें चुनाव चिन्ह दिए जायेंगे।
इन पंचायती चुनाव में पार्टी से बागी हुए उम्मीदवार समीकरण बिगाड़ने का काम कर रहे है जिसकी चिंता उम्मीदवारों के साथ साथ पार्टी के नेताओ को भी हो रही है । मंगलवार को दिन भर यही उठक पठक लगी रही कई जगह पर ग्रामीण बैठक कर किसी एक को नामांकन वापिस लेने को बोल रहे है तो कई जगह पर पार्टी के नेता नामांकन वापिस लेने के लिए दबाब बना रहे है। बहरहाल इस बात का पता अब बुधवार को ही लगेगा की यह लोग इस उठक पठक में कितने कामयाब होते है और कितने लोग इनकी बातो में आकर अपना नामांकन वापिस लेते है, लेकिन एक बात तय है कि इस बार होने जा रहे पंचायत चुनाव बेशक पार्टी के निशान पर नही हो रहे है परन्तु पार्टी अपने अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए हर प्रयास कर रही है ।