हरिपुर टोहाना के पास टिप्पर की चपेट में आने से गार्ड की मौत

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आवाज़-ए-हिमाचल 

26 अक्टूबर : पांवटा-बांगरन रोड पर हरिपुर टोहाना के पास टिप्पर की चपेट में आने से माइनिंग गार्ड की मौत हो गई। गुस्साए लोगों ने 4 घंटे तक जाम लगाया। यह युवक नघेता गांव का निवासी था। कुछ समय पहले ही यह रेगुलर हुआ था। इसके पिता की पहले की ही मौत हो चुकी है। परिवार में मां व बहन है। इस इकलौते चिराग के बुझ जाने से पूरे आंज भौज क्षेत्र मे शोक की लहर है। ग्रामीणों व परिजनों का कहना है कि यह सड़क हादसा नहीं है बल्कि हत्या है। क्योंकि युवक को टिप्पर कई फीट दूर तक घसीटते ले गया। इस घटना की सूचना मिलते हुए नघेता से ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंच गए। जबकि पुरूवाला पुलिस थाने से पुलिस को जहां घटनास्थल पर जाने के लिए 10 मिनट लगते। पुलिस को यहां पर पहुंचने एक घंटा लग गया। जिस कारण ग्रामीण का गुस्सा पुलिस पर फूटा। ग्रामीणों ने यहां पर जाम लगा दिया और पुलिस को शव नहीं उठाने दिया। इसके बाद घटना की सूचना मिलते ही ऊर्जा मंत्री भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद लोगों को समझाया गया और युवक की मौत के निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि टिप्पर रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक चलेंगे। दिन में कोई टिप्पर नहीं चलेगा। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेता भी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों के साथ जाम में बैठ गए। इस दौरान कांग्रेस व भाजपा के नेताओं में बहसबाजी भी हुई। इससे पहले भी पहले भी टिप्पर व ट्रालों के कारण कई हादसे हो चुके है।

पिछले दिनो बेहड़ेवाला में एक ट्राला पलट गया था। हालांकि प्रिंटिंग प्रेस के गेट के पास कर्मचारी नहीं थे जिस कारण कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। हैरानी बात यह है पुलिस थाना पुरूवाला के सामने से ओवर लोडिड ट्रक चल रहे है। कांग्रेस व भाजपा के नेताओं की खनन में हिस्सेदारी, कौन करेगा कार्रवाई : पांवटा साहिब में खनन का कारोबार बेलगाम होता जा रहा है। इस खनन के कारोबार में कांग्रेस व भाजपा नेताओं की हिस्सेदारी है। इसलिए कोई कार्रवाई नहीं होती। यहीं नहीं जब कांग्रेस की सरकार होती है तो कांग्रेस के नेताओं का इनको संरक्षण होता है। जब भाजपा की सरकार होती है तो इनको तब भी संरक्षण मिलता है। इसलिए ओवरलोड, अवैध खनन और माल ढुलाई में लगे ट्रक व ट्राले बेलगाम हो रहे है। इनको जनता की परवाह नहीं है। इनके कारण हो रहे हादसों से जनता बेमौत मारी जा रही है। पुलिस व प्रशासन भी खनन कारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। पांवटा साहिब में उत्तराखंड से सैकड़ों ट्रक पहुंच रहे है। यहां रेत, बजरी व क्रेशर बजरी उत्तराखंड जा रही है। जिस बांगरन पुल से यह ट्रक गुजरते है। उसकी क्षमता 10 से 15 टन है। जबकि इस पुल से 30 टन से अधिक के बड़े बड़े ट्राले जा रहे है। पांवटा साहिब में पुलिस व प्रशासन नाम की चीज नहीं है।

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