प्राइवेट स्कूल ने मांगा वार्षिक शुल्क : अभिभावक हुए तंग, प्रशासन से फरियाद

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आवाज ए हिमाचल

26 जनवरी। हिमाचल प्रदेश में प्राइवेट स्कूलों के द्वारा कोरोना संकट में लॉकडाउन खुलते ही अभिवावकों से वार्षिक शुल्क की उगाही शुरू कर दी गई है। ऐसे ही एक मामले में गंणतंत्र दिवस के दिन मंडी जिला के सुंदरनगर में परेशान अभिभावकों ने डीएवी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एनुअल चार्जिज लेने पर मोर्चा खोल दिया है। इस आर्थिक बोझ के कारण लगभग 100 अभिवावकों ने एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान को एक ज्ञापन भी सौंपा है।अभिभावकों ने फीस मांगने के लिए बार-बार आने वाली सैंकड़ों फोन कॉल से तंग आकर अब अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने का निर्णय ले लिया गया है। अभिवावकों का आरोप है कि डीएवी स्कूल प्रबंधन के द्वारा फीस नहीं भरने की सूरत में बच्चों को भविष्य परेशानियां भुगतने की चेतावनी मिल रही हैं। वहीं अभिभावकों ने इस समस्या को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष विरोध करने का मन बना लिया है। वहीं स्कूल प्रबंधन के द्वारा अभिभावकों से एनुअल चार्चिज लेने को लेकल प्रदेश सरकार के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार बताकर सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

एडमिट कार्ड होल्ड करने की चेतावनी : अभिभावक

डीएवी स्कूल सुंदरनगर में अपने दो बेटों को पढ़ा रही यामिनी शर्मा ने कहा कि उनके दो बेटे डीएवी स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि एडमिशन फीस लेने के लिए स्कूल प्रशासन बार-बार मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि फीस जमा न करवाने की सूरत में प्रबंधन की ओर से एडमिट कार्ड होल्ड करने की भी चेतावनी दी जा रही है। इस पर इनके द्वारा फीस भी जमा करवा दी गई है। डीएवी स्कूल सुंदरनगर में अपने बच्चे को पढ़ा रही अभिभावक नितिन ने कहा कि स्कूल प्रबंधन के द्वारा बार-बार उनसे एनुअल चार्ज मांगने को लेकर फोन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन का यही रवैया रहा तो उन्हें मजबूरन अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में दाखिला दिलवाना पड़ेगा। डीएवी स्कूल में पढ़ा रहे अपने बच्चों के एक और अभिभावक ने कहा कि स्कूल प्रबंधन द्वारा बार-बार एनुअल चार्जिज की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्कूल के द्वारा प्रतिवर्ष बच्चों से एडमिशन फीस ली जाती है जोकि सरासर गलत है।

बातचीत कर मामला सुलझाया जाएगा: एसडीएम

मामले पर एसडीम सुंदरनगर राहुल चौहान ने कहा कि अभिभावकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें फीस लेने को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन के साथ समस्या को लेकर बातचीत कर मामला सुलझाया जाएगा।

अभिभावकों द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार: प्रिसिंपल

डीएवी स्कूल के प्रिंसिपल मोहित चुग ने कहा कि अभिभावकों द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि मामले में प्रदेश सरकार के द्वारा जारी की गई नोटिफिकेशन से ही सभी बातें साफ हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि फीस की मांग को लेकर कोई गैरकानूनी मांग नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे के एडमिट कार्ड रोकने को लेकर कोई बात प्रबंधन के द्वारा नहीं की गई है।

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