आवाज़ ए हिमाचल
04 अगस्त । अब प्रदेश के कुल्लू जिले में 48 घंटे पहले पता चल जाएगा कि कहां बादल फटने वाला है। बरसात के दौरान लोगों को लगातार हो रहे नुकसान से बचने के लिए जीबी पंच राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान ऐसा यंत्र बनाने की दिशा में काम कर रहा है। संस्थान का दावा है कि दो साल में यंत्र बना लेंगे जिससे बादल फटने की घटनाओं का 48 घंटे पहले पता चल जाएगा।
पिछले चार दशकों से कुल्लू में बारिश की मात्रा कम हुई है। जिले में बादल फटने और भूस्खलन जैसी घटनाएं भी बढ़ रही हैं। वैज्ञानिकों की तरफ से दो साल में एक ऐसा यंत्र बनाया जाएगा। जिससे हर गांव का एकदम सही तापमान और बारिश का पूर्वानुमान लगाया जाएगा । इसके अंतर्गत बादल फटने जैसी घटनाओं का पूर्वानुमान भी लगाया जा सकेगा ।