बोले- चिट्टे के कारोबार का समूल नाश करना है मुख्य उद्देश्य
आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। गत वर्ष अगस्त माह में पुरवर्ती सरकार ने नूरपुर को पुलिस जिला बनाया था। पुलिस जिला बनने के बाद एसपी अशोक रत्न को एसपी का कार्यभार सौंपा गया था। एसपी अशोक रत्न इससे पहले डीएसपी पद के तौर पर भी नूरपुर में अपनी सेवाएं दे चुके है। इसलिए नूरपुर क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को लेकर वो पहले ही जानकर थे।
चूंकि नूरपुर, इंदौरा, फतेहपुर पंजाब की सीमावर्ती क्षेत्र है, जहां बहुत बड़े स्केल पर नशे के कारोबार का बोलबाला था। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अशोक रत्न को ही पुलिस जिला नूरपुर की कमान सौंपी। उम्मीदों पर खरा उतरते हुए एसपी अशोक रत्न ने मात्र कुछ महीनों में ही नशा कारोबारियों की कमर तोड़ दी।
एसपी अशोक रत्न की माने तो 26 अगस्त 2022 को उन्होंने एसपी नूरपुर के तौर पर कार्यभार संभाला था चूंकि यह नया जिला बना था जस लिहाज से जिम्मेदारी बहुत बड़ी थी। इनका कहना है कि हमने बहुत बारीकी से यहां काम करना शुरू किया और जो नशे के बड़े सप्लायर थे हमने उन्हें ढूंढना शुरू किया। उन्होंने बताया कि हमने पिछले साल से अभी तक 76 मामले दर्ज किए जिसमें हेरोइन की कुल 2.900 ग्राम मात्रा शामिल है। इसमें मुख्य सप्लायर से 1.1 किलो हेरोइन जसूर कस्बे में बरामद की थी यही नहीं जब इस मामले की गहन जांच की तो उससे एक करोड़ पांच लाख कैश भी बरामद किया, जिसको कब्जे में ले लिया। इसके साथ ही कई और सप्लायर को भी पुलिस सलाखों तक पहुंचाया।
अशोक रत्न ने बताया कि इंदौरा वैरियर चौक पर भी 260 ग्राम हेरोइन पकड़ी थी जिसका सप्लायर होशियारपुर से था।एक मुख्य सप्लायर टिंकू था उसकी सप्लाई डलहौजी, नूरपूर, डमटाल, जसूर इत्यादि इलाके में थी। उसके सम्पर्क में 27 लोग थे, जो चिट्टे के आदि थे। उन 27 लोगों को बुलाया और उनसे पूछताछ की। उन्होंने कहा कि अभी तक 1.77 ग्राम चरस, 10 किलो के करीब और 2.900 ग्राम हेरोइन पकड़ा गया है।
एसपी अशोक रत्न की माने तो इस नशे को खत्म करने के लिए मेन बड़े सप्लायर को पकड़ना होगा। अवैध खनन को लेकर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अबैध खनन को लेकर भी पुलिस पूरी संजीदगी के साथ काम कर रही है और अभी तक अवैध खनन के 65 लाख के करीब चालान किए गए हैं। कई टिपपर, टैक्टर भी कब्जे में लिए गए है। उन्होंने कहा कि नशे और अबैध खनन का समूल नाश करना उनकी प्राथमिकता है।